बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 अप्रैल। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा है कि मरने से पहले उनकी अंतिम इच्छा है कि एक बार वे राज्यसभा में जाएं। हालांकि यह निर्णय हाईकमान को लेना होता है।
डॉ. महंत आज बिलासपुर प्रवास पर थे। वे महापौर रामशरण यादव की माता के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके निवास पहुंचे थे। यहां पत्रकारों ने उनसे राज्यसभा में जाने की दावेदारी के बारे में सवाल किया, तब उन्होंने यह जवाब दिया। डॉ. महंत पहले भी बिलासपुर में ही पत्रकारों के बीच राज्यसभा में जाने की अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन बाद छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं। इनमें एक कांग्रेस की छाया वर्मा की है तथा दूसरी भाजपा के रामविचार नेताम की। इस बार के चुनाव में दोनों सीटें कांग्रेस के पास आने की संभावना है।
विधानसभा सत्र को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान सत्र की अवधि कम हुई लेकिन छत्तीसगढ़ विधानसभा में अन्य प्रदेशों के मुकाबले ज्यादा लंबा सत्र चला। विपक्ष की संख्या कम होने के बावजूद वे उन्हें पर्याप्त मौका देना चाहते हैं, जिससे कई बार सत्ता पक्ष के कुछ विधायक उनसे नाराज भी हो जाते हैं। पर मैं अध्यक्ष होने के नाते सबको समान महत्व देता हूं।
अपनी यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि रामशरण यादव उनके पुराने मित्र हैं। उनके परिवार में हाल ही में दुखद घटना हुई है, इसलिए अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए वे यहां आए हैं।
यादव के निवास पर डॉ. महंत करीब एक घंटे तक रहे।


