बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 31 मार्च। शहर के आशीर्वाद वैली सोसाइटी के निवासियों ने हाईकोर्ट में ग्वालानी बिल्डर्स के डायरेक्टर्स और सहायक पंजीयक के खिलाफ लाखों रुपये की अवैध वसूली करने को लेकर याचिका दायर की है। हाईकोर्ट ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने कहा है।
चकरभाठा के ट्रांसपोर्ट नगर के सामने ग्वालानी बिल्डर्स ने आशीर्वाद वैली कॉलोनी का निर्माण किया है। यहां की निवासी कविता सिंह व अन्य ने अधिवक्ता उत्तम पांडेय के माध्यम से याचिका दायर कर बताया है कि बिल्डर दीपक ग्वालानी और उसके पार्टनर विजय प्रीतवानी ने 20 नवंबर 2017 को आशीर्वाद वेलफेयर सोसाइटी का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा लिया। इसके बाद वे कॉलोनी के लोगों से लगातार वसूली कर रहे हैं। यह राशि प्रतिवर्ष 10 से 15 हजार रुपये है। अब तक 25 लाख रुपए से अधिक वसूल किए जा चुके हैं। इस राशि का कॉलोनी की सफाई, मेंटनेंस में खर्च नहीं किया जा रहा है। इस बीच बीते 13 मार्च को सोसाइटी के निवासियों को एक वाट्सएप मेसैज भेजकर सोसाइटी का चुनाव होने की जानकारी दी गई। इसमें अशोक सिंह, रविश शर्मा और आरपी पटेल को चुनाव अधिकारी बनाया गया। चुनाव में निमेश पांडेय को अध्यक्ष और प्रकाश साहू को उपाध्यक्ष बनाया गया। याचिका के अनुसार चुनाव कराने से पहले प्रारंभिक व अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित नहीं की गई, न ही दावा आपत्ति की मांग की गई। जो पूर्व के पदाधिकारी थे उनको ही इस चुनाव में फिर चुन लिया गया। सामान्य सभा की बैठक एक बार भी नहीं बुलाई गई है। दीपक ग्वालानी और विजय प्रीतवानी कॉलोनी के सभी मकान बेच चुके हैं। वे नियमानुसार इस समिति के सदस्य नहीं हैं, फिर भी उन्होंने चुनाव करा दिया।
याचिकाकर्ताओं ने 22 जनवरी 2022 को आवेदन देकर सोसाइटी पंजीयन, बैंक एकाउंट, नियम- उप नियम आदि की जानकारी मांगी, लेकिन नहीं दी गई। इसके बाद लोक सूचना अधिकारी सहायक-पंजीयक से सोसाइटी के दस्तावेज, एकाउंट तथा ऑडिट रिपोर्ट मांगी गई। सहायक पंजीयक ने अपने जवाब में एकाउंट और ऑडिट रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी।
याचिकाकर्ताओं ने रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसाइटी, आशीर्वाद बिल्डकॉन के डायरेक्टर दीपक ग्वालानी व विजय प्रीतवानी, सोसाइटी के मौजूदा अध्यक्ष निमेश पांडे व अन्य पदाधिकारियों को पक्षकार बनाया है। जस्टिस आरसीएस सामंत की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए सभी पक्षकारों को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने कहा है।


