बिलासपुर
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 6 मार्च। सड़क दुर्घटना में घायल 40 वर्षीय समीर के माथे की हड्डी, नाक, ऊपरी हड्डी और निचले जबड़े की हड्डी कई टुकड़ों में चूर हो गई थी। सिम्स मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने करीब 8 घंटे का ऑपरेशन कर उसके विक्षत चेहरे को फिर से जोड़ दिया।
काठा कोनी के रहने वाले समीर नाम के युवक का सिर और चेहरा सड़क दुर्घटना में चूर चूर हो गया था। दंत रोग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर संदीप प्रकाश ने जरूरी परीक्षण और जांच के बाद उसके ऑपरेशन कर निर्णय लिया। बीते 3 मार्च को समीर का 7 से 8 घंटे तक ऑपरेशन किया गया, उसके चेहरे को फिर से जोड़ा गया। चेहरे को बचाने के लिए टूटी हड्डियों को सुव्यवस्थित करके प्लेटिंग की गई, फिर मुंह के अंदर सिर के ऊपर और एक कान से दूसरे कान तक चीरा और टांका लगाया गया। यह सिम्स की सबसे जटिल सर्जरी में से एक थी। खास बात यह है कि चेहरे पर एक भी चीरा नहीं लगाया गया है, इससे चेहरा खराब नहीं हुआ है। इससे उसे सामान्य जीवन जीने में मदद मिलेगी। सड़क दुर्घटना से समीर के चेहरे की 10 हड्डियां टूटी थी।
ऑपरेशन में डॉक्टर प्रकाश के साथ डॉक्टर जंडेल सिंह, डॉक्टर भूपेंद्र कश्यप, डॉक्टर हेमलता राजमणि, डॉक्टर प्रकाश खरे, डॉक्टर सोनल पटेल एवं निश्चेतना विभाग के अध्यक्ष डॉ.राकेश निगम और डॉक्टर भावना रायजादा तथा अन्य डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


