बिलासपुर
3 साल पहले भी ‘सजनी’ की गई थी जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 फरवरी। कानन पेंडारी जू में एक मादा दरियाई घोड़े सहेली की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद चिकित्सकों ने मौत की वजह हार्ट अटैक आना बताया है। तीन साल पहले मादा हिप्पोपोटामस सजनी की मौत यहां हो चुकी है, जिसकी वजह भी हार्ट अटैक बताई गई थी।
कानन पेंडारी जू में तीन हिप्पोपोटामस हैं, जिनमें दो मादा हैं। शनिवार की सुबह करीब 9.30 बजे केयर टेकर ने तीनों को केज से निकाला और आहार दिया गया। इसके बाद सभी हिप्पोपोटामस पानी में चले गये। 11 बजे के आसपास दो हिप्पोपोटामस पानी से बाहर निकल आये लेकिन तीसरे का पता नहीं चला। काफी देर बाद पता चला कि पानी के भीतर ही तीसरे हिप्पोपोटामस की मौत हो गई है। सहेली नाम की इस हिप्पोपोटामस की उम्र 4 वर्ष थी, जिसे पिछले वर्ष फरवरी में एक अन्य, सखी के साथ नंदन कानन भुवनेश्वर से यहां लाया गया था।
मौत की सूचना मिलने पर कानन पेंडारी के अधिकारी व चिकित्सक वहां पहुंच गये। पशु चिकित्सक डॉ. आर.एम. त्रिपाठी, डॉ. राम ओत्तलवार, डॉ. अजीत पांडेय की टीम ने कल शाम हिप्पोपोटामस का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद उन्होंने बताया है कि मादा हिप्पोपोटामस की मौत हार्ट अटैक से हुई है। विसरा सुरक्षित रखने के बाद उसे कानन पेंडारी के ही एक हिस्से में दफना दिया गया।


