बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 जून। खराब मौसम और छिटपुट नक्सली हिंसा जैसे कई तरह की दुशवारियों से जूझते दक्षिण बस्तर के किसानों ने चालू खरीफ सत्र में भगवान भरोसे खेती के लिए सवा 5 करोड़ उधार लिया है।
दंतेवाड़ा जिले में सिंचाई सुविधा का अभाव है. इसलिए किसान पूरी तरह से प्रकॄति पर निर्भर हैं। इस बात को सहकारी बैंक भलीभाँति समझती है। इस बारिश खेती-किसानी को लेकर किसानों को कोई परेशानी न हो, इसलिए जिला सहकारी बैंक दंतेवाड़ा और कारली ने मिलकर 5 करोड़ 26 लाख बांट दिए।
सहकारी बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक सीएल यादव जिले के लेम्पस का दौरा कर खाद बीज वितरण और कर्ज की जानकारी ले रहे हैं। हाल ही में बारसूर, गीदम, फुंडरी, मेटापाल में किसानों से चर्चा करते बताया कि लोन के लिए किसी भी किसान को परेशानी हो रही है तो बताएं, मौके पर ही निराकरण कर दिया जाएगा।
क्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक जिले के किसान जैविक खाद से खेती के लिए उत्सुक हैं। गोठानों से 365 मिट्रिक टन वर्मी और कंपोस्ट खाद का उठाव कर किसानों को बांटे गए हैं। इसी तरह जिले के 1333 किसानों को 5 करोड़ 26 लाख केसीसी में बिना ब्याज का कर्ज दिया गया है। इसमें नगद के साथ खाद-बीज भी हैं।