बस्तर
जगदलपुर, 28 नवम्बर। बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई पर निर्णायक प्रहार करने के उद्देश्य से गुरुवार को बस्तर जिले में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत एक व्यापक शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज सिन्हा ने बताया कि जिले के विभिन्न स्थानों पर नागरिकों और सरकारी अमले ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि वे इस गैरकानूनी कृत्य को अपने समाज से जड़ से मिटा देंगे। कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह को लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और विकास में बाधा डालने वाला एक गंभीर सामाजिक अपराध बताया गया, जो उन्हें अपने सपनों को साकार करने से रोकता है। इस तथ्य को आत्मसात करते हुए, सभी प्रतिभागियों ने गहन प्रतिबद्धता के साथ प्रतिज्ञा की।
उन्होंने दृढ़ता से कहा कि वे बाल विवाह के विरुद्ध हर संभव प्रयास करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके परिवार, पड़ोस अथवा समुदाय में ऐसा कोई भी कृत्य न हो पाए। इसके अतिरिक्त इस अभियान के तहत यह अनिवार्य प्रतिज्ञा भी ली गई कि बाल विवाह के किसी भी प्रयास की सूचना तुरंत पंचायत और संबंधित सरकारी अधिकारियों को दी जाएगी। शपथ ग्रहण करने वालों ने बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के लिए लगातार आवाज उठाने और एक बाल विवाह मुक्त भारत के निर्माण में सक्रिय सहयोग देने का भी संकल्प लिया।


