बस्तर

जगदलपुर, 28 सितम्बर। राज्य के किसान, मजदूर एवं छोटे व्यवसायियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने हेतु राज्य शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनाना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के विशेष प्राथमिकता में शामिल है। राज्य शासन के इन जनकल्याणरी योजना के फलस्वरूप राज्य के अनेक निम्न एवं मध्यम वर्ग के लोगों को समय पर शासकीय ऋण एवं मदद मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने से यह योजना उनके लिए कामधेनू साबित हो रहा है।
शासन के इन्हीं जनकल्याणकारी योजनाओं के अन्तर्गत जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति जगदलपुर के माध्यम से ट्रैक्टर ट्राली योजना से मिले ट्रैक्टर ट्राली एवं कृषि उपकरण ऋण बस्तर जिले के दरभा विकासखण्ड के बहुत ही दुर्गम एवं घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्राम मुण्डागंढ़ के आदिवासी किसान श्री भीमाराम पोडियामी की आर्थिक उन्नति का आधार बन गया है। बहुत ही सामान्य परिवार से संबंध रखने वाले आदिवासी कृषक भीमा के पास आज से कुछ समय पहले ट्रैक्टर ट्राली नहीं होने से खेती-किसानी के कामों को समय पर पूरा करने में बहुत ही कठिनाई होती थी। जिससे उनके फसलों के उत्पादन कम होने के साथ-साथ खेती किसानी के अन्य काम भी प्रभावित होता था। लेकिन आज जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति जगदलपुर के द्वारा ट्रैक्टर ट्राली योजना से मिले ट्रैक्टर ट्राली एवं अन्य कृषि उपकरण उनके खेती-किसानी एवं अन्य जरूरी कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए बहुत ही मददगार साबित हो रहा है।
आज भीमाराम पोडियामी के आर्थिक स्थिति में सुधार होने से वे अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत करने के साथ-साथ अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
आदिवासी किसान भीमाराम पोडियामी ने अपने जीवन संघर्ष के बार में जानकारी देते हुए बताया कि वे बहुत ही सामान्य कृषक परिवार से तालुक रखते हैं। आज से कुछ समय पहले थोड़ी बहुत खेती-किसानी की पैतृक जमीन एवं मेहनत मजदूरी ही उनका रोजी-रोटी का सहारा था। लेकिन उनके मन में अपने जीवन स्तर को सुधार करने के लिए उन्नत तरीके से खेती-किसानी करने की इच्छा बहुत पहले से थी। उन्होंने बताया कि एक दिन उसे सामाचार पत्रों के द्वारा अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के माध्यम से ट्रैक्टर ट्राली एवं अन्य कृषि उपकरणों के लिए ऋण मिलने की जानकारी प्राप्त हुई। इसके बाद उन्होंने जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय कलेक्टोरेट जगदलपुर में पहुंचकर ट्रैक्टर ट्राली के लिए आवेदन किया। कुछ ही दिनों के पश्चात जिला स्तरीय समिति के द्वारा इस योजना के लिए उसका चयन के पश्चात उन्हें ट्रैक्टर ट्राली एवं अन्य कृषि उपकरण प्राप्त हो गया।
किसान भीमाराम पोडियामी ने बताया कि इस योजना के फलस्वरूप ट्रैक्टर ट्राली एवं अन्य कृषि उपकरण मिलने से आज वे खेती-किसानी के कार्य को समय पर पूरा कर पा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप पैदावार में भी बढ़ोत्तरी हुई है, इसके साथ वे अपने अनाज को भी कृषि उपज मंडी तक आसानी से बिक्री के लिए ले जा पा रहे हैं। इसके अलावा अपना ट्रैक्टर का उपयोग खेती-किसानी के साथ-साथ अन्य कार्यों के लिए भी कर पा रहे हैं। राज्य शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन का परिणाम है कि आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले के दुर्गम एवं सुदूर वनांचल के कोलेंग क्षेत्र के मुण्डागढ़ जैसे गांवों के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होने के साथ-साथ वहां विकास की बयार बह रही है। साथ ही भीमा जैसे अनेक छोटे-किसानों, मजदूरों एवं छोटे व्यवसायियों को आत्मनिर्भर बनाकर उनके जीवन स्तर को सजाने-संवारने का कारगर माध्यम बन गया है।