बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 13 अगस्त। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रजत बंसल ने जिले में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के सफल संचालन हेतु बस्तर जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को इस योजना के प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। इसके अलावा उन्होंने संबंधित तहसीलदारों को सहायक प्रभारी अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी है। राज्य शासन की विशेष प्राथमिकता वाले मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से पिछड़े तथा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में मेडिकल मोबाईल यूनिट टीम के माध्यम से हाट बाजारों में बुनियादी चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी प्रभारी एवं सहायक प्रभारी अधिकारियों की होगी। इसके अलावा हाट बाजार क्लीनिक सफल संचालन हेतु राज्य शासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी भी प्रभारी अधिकारियों को होगी।
उल्लेखनीय है कि बस्तर जिले में अधिसूचित 42 हाट बाजार हेतु पृथक-पृथक गठित मेडिकल मोबाईल यूनिट टीम द्वारा हाट बाजार का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए राज्य शासन द्वारा विस्तृत दिशा- निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अन्तर्गत अधिसूचित हाट बाजार हेतु एक डेडिकेटे्ड मेडिकल टीम नियुक्त होगी जिसमें डॉक्टर, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, पैरा मेडिकल स्टॉफ, स्टॉफ नर्स, एएनएम, एक पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल होंगे। अधिसूचित हाट बाजार में आधुनिक चिकित्सा सेवाओं से युक्त ब्रांडिग किया हुआ एक डेडिकेटेड वाहन एम्बुलेंस होगा, किसी विकासखण्ड स्तर पर एक ही दिवस में तीन हाट बाजार है तो तीनों के लिए पृथक-पृथक एम्बुलेंस का संचालन किया जाएगा। योजना के लिए आवश्यक उपकरण दवाएं रीएजेंट की सूची प्रत्येक वाहन की भीतर चस्पा की जाएगी। हाट बाजार क्लीनिक में आने वाले लोगों का नि:शुल्क चिकित्सा जांच किया जाएगा। मरीजों के परीक्षण उपरान्त नि:शुल्क दवाईंयां उपलब्ध कराया जाएगा। इस हेतु शासन द्वारा जारी मापदण्ड अनुसार सभी दवाईंयां मोबाईल मेडिकल यूनिट टीम के पास उपलब्ध होगी। मोबाईल मेडिकल यूनिट के द्वारा हाट बाजार में पॉथोलॉजी के सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
जिसमें रोगी के रक्त, पेशाब, मल, मुत्र आदि के जरिए ऐनिमिया, मलेरिया जांच, बच्चों का टीकाकरण, टीवी, कुष्ठरोग, एचआईवी, बीपी, सुगर, आँखों जांच, प्रेग्रेंनेसी टेस्ट, हिमोग्लोबीन की जांच नि:शुल्क की जाएगी। बालिकाओं महिलाओं एवं बच्चों के पोषण स्तर के जांच एवं सुपोषण के संबंध में सलाह विशेष कर 6 माह तक नवजात बच्चों को मां का दूध लेने एवं पोषक आहार के संबंध में ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा। उल्टी दस्त एवं निमोनिया से बचाव एवं उनके ईलाज के संबंध में सलाह दी जाएगी एवं ओआरएस के उपयोग का तरीका सिखाया जाएगा। हाट बाजार स्थल पर क्लीनिक के संचालन हेतु जिला पंचायत के द्वारा बाजार स्थल पर शेड बनाना प्रस्तावित है जिससे की चिकित्सा टीम के बैठनें का स्थान बाजार में एक ही स्थल पर निर्धारित रहेगा। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखने के निर्देश दिए गए है कि शेड निर्माण होते एक हाट बाजार में चिकित्सा टीम हर बाजार में अलग-अलग स्थान पर ना बैठें। निर्धारित स्थल पर चिकित्सा टीम अलावा अपना स्टॉल लगाने का निर्देश दिए गए हैं। मेडिकल टीम के द्वारा प्रतिदिन कितने मरीजों का परीक्षण एवं पॉथोलॉजी में कितने मरीजों की जांच किए गए है। इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अनिवार्य रूप से देना होगा।
इसके साथ ही हाट बाजार में गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्ति के पहुंचने पर उसे तत्काल जिला अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में रिफर करना आवश्यक है। लोक स्वास्थ्य के संबंध में जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना आवश्यक होगा। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार को अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाले हाट बाजारों में से प्रति सप्ताह एक हाट बाजार का औचक रूप से निरीक्षण करने की जिम्मेदारी दी गई है।