बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 8 नवंबर। कार्तिक माह की पूर्णिमा के अवसर पर मंगलवार को कन्हर नदी में स्नान करने के लिए राम मंदिर घाट में सुबह 4 बजे से ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, वहीं राम मंदिर में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के द्वारा भगवान विष्णु की सत्यनारायण कथा सुनी गई। कार्तिक पूर्णिमा पर पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते बन रहा था, ठंड के बावजूद श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा स्नान करने पहुंचे।
गौरतलब है कि कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मान्यता है कि सुबह सूर्योदय के पूर्व नदी में स्नान कर मन्दिर में फेरी लगाकर बन्धु बांधवों सहित सत्यनारायण भगवान का कथा श्रवण करने से घर मे धन-धान्य बना रहता है और जीवन सुखमय व्यतीत होता है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सुदर्शन दुबे ने बताया कि पूर्णिमा तिथि 7 नवंबर को शाम 3. 58 से शुरू हुई, जो 8 नवंबर को शाम 3.53 तक समाप्त होगी। कार्तिक का महीना भगवान विष्णु को समर्पित है कार्तिक पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य का अवतार धारण किया था जिन्हें भगवान विष्णु का प्रथम अवतार माना जाता है। आमतौर पर इस दिन गंगा स्नान के बाद दीपदान किया जाता है। इस दीपदान को 10 यज्ञ के समान माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है।


