बलरामपुर
विधायक, डीजीपी, आईजी से लगाई न्याय की गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी,12 अक्टूबर। बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के चांदो थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत कुरडीह पारा चलचलचुआं में विगत दिनों जमीन विवाद को लेकर टांगी से वार कर प्राणघातक हमला कर दिया। जिससे एक बुरी तरह जख्मी हो गया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की, वहीं कुछ दिन बीतने के बाद पीडि़त पक्ष ने चांदो पुलिस की कार्रवाई से निराश होकर पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अम्बिकापुर को आवेदन प्रस्तुत कर इस पूरे मामले को अवगत करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, साथ ही प्रतिलिपि पुलिस महानिदेशक रायपुर, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी को दी है। इसके अलावा एक अभियान में ग्राम सबाग पहुंचे विधायक चिंतामणि महराज को भी आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई गई है।
इस मामले में सरगुजा रेंज के आईजी अजय यादव ने कहा- मैंने जांच के लिए एसपी बलरामपुर को भेजा है, जहां से जानकारी मिल जाएगी। वहीं बलरामपुर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि मामले की जांच कराएंगे। यदि गलत तरीके से अपराध कायम कराया गया होगा तो यह विवेचना का विषय है, जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में थाना प्रभारी चांदो एसआई विजय कुमार केवर्थ ने बाद में जानकारी दिए जाने की बात कही है।
इस मामले में प्रार्थी दिनु प्रसाद यादव ने आवेदन के माध्यम से बताया कि प्रार्थी के भाई राम सागर यादव पिता स्वर्गीय शांति प्रसाद यादव का ग्राम चलचलचुआं ग्राम पंचायत कुरडीह में पूर्वजों से जमीन है, जिसको 25 सितंबर को हल से जुताई करने गया था। इस दौरान रामसागर यादव को उक्त ग्राम के ही निवासी दीपनारायण यादव, पंचेश्वर यादव व विष्णु यादव सहित घर परिवार गुट बना कर रामसागर यादव को जान से मारने व खेत में ही जला देने की साजिश रचकर घटना को अंजाम दिया। घटना की सूचना पुलिस को मिलते ही घटना दिनांक को एफआईआर दर्ज की गई। प्रार्थी ने थाना प्रभारी चांदो के उपर घटना क्रम में दर्ज केश को कमजोर करने का आरोप लगाकर न्याय की गुहार लगाई है।
पहले के आवेदन पर कार्रवाई नहीं..बच्ची
ने सुनी आवाज तो बची जान
प्रार्थी ने आरोप लगाया कि उक्त घटना होने के पूर्व हमलावर रों द्वारा रामसागर यादव को मारने पीटने की धमकी एवं लड़ाई झगड़ा किये जाने की सूचना थाना प्रभारी चांदो को 5 सितंबर 2022 को दिया गया था, परंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे हमलावरों के हौसले बुलंद थे और 25 सितंबर को उक्त हमलावरों के द्वारा टांगी से सर में मारकर राम सागर यादव को बेहोश कर लाठी पत्थर से मारकर गला दबाकर छाती में मारे तथा शरीर के पैर हाथ सभी भागों पर लाठी पत्थर से वार किए। इस दौरान राम सागर यादव टांगी के हमले के साथ ही बचाव - बचाव की आवाज देते हुए बेहोश हो गया। जिस आवाज को घर की एक छोटी बच्ची सुनकर तुरंत अपनी माँ उसमानी यादव को बुलाई, जिसने बीच बचाव किया। इस पूरे घटना को हमलावरों का भाई वृंदबिहारी यादव देख रहा था.
एक गिरफ्तार बाकी फरार
आरोप है कि घटना दिनांक के दिन रामसागर यादव को गंभीर स्थिति में थाना ले जाया गया तो हमलावर पंचेश्वर यादव पहले से थाना में उपस्थित था और कुछ ही मिनट बाद दीपनारायण यादव भी पहुंच गया। दो आरोपी पुलिस के समक्ष पहुंच चुके थे, उसके बाद भी 26 सितंबर को पंचेश्वर यादव व विष्णु यादव को फरार घोषित कर एक ही व्यक्ति दीपनारायण यादव को जेल भेजा गया है तथा थाना प्रभारी व टीम ने हमला करने वालों में से दीपनारायण यादव के भाई बृजबिहारी यादव से झूठा ब्यान लेकर रामसागर एवं प्रार्थी को षड्यंत्र में फंसाने की साजिश रची गई है।
आवेदक ने आगे यह भी बताया है कि थाना प्रभारी व टीम के द्वारा 26 सितंबर एवं 27 सितंबर को 2 दिन तक घटनास्थल चलचलचूआं में जा-जाकर बयान लिया गया एवं जब्ती बनाया गया तथा षड्यंत्र पूर्वक हमलावरों द्वारा अपने परिवार के वृन्दबिहारी यादव को काउंटर केस कराने की समझाइश दी गई।
प्रार्थी पर कई आरोप लगाकर शिकायत
वृंदबिहारी यादव जो गवाहदार हैं के कहने पर अंजनी यादव पति प्रेम लाल यादव को रामसागर यादव एवं भाई दीनू प्रसाद यादव को झोपड़ी जलाने और छेड़छाड़ के आरोप में फंसाने की साजिश रची गई है एवं अंजनी यादव के द्वारा एक पोर्टल वालों के पास जाकर बयान दर्ज कराकर झूठी खबर चलवाई गई तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय बलरामपुर में आवेदन दिया गया है।
आरोप है कि आवेदिका मनगठित छेड़छाड़ एवं विभिन्न प्रकार का आरोप लगाकर राम सागर यादव एवं उसके भाई दीनू प्रसाद यादव के द्वारा दर्ज केस को कमजोर कर न्याय से वंचित करना चाहती हैं।







