बलरामपुर

सशिमं रामानुजगंज के पूर्व छात्रों का मिलन समारोह, शिक्षकों का सम्मान
13-Jun-2022 8:31 PM
सशिमं रामानुजगंज के पूर्व छात्रों का मिलन समारोह, शिक्षकों का सम्मान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,13 जून।
सरस्वती शिशु मंदिर वर्ष 2001 के 10वीं बैच में अध्ययन कर चुके छात्र-छात्राओं के द्वारा होटल शिवम ग्रांड में तत्कालिक प्राचार्य राकेश त्रिपाठी व आचार्य उपेंद्र सिन्हा, अजित पांडेय, राजकुमार ठाकुर, सुभाष गुप्ता, पुनीत पांडेय की मौजूदगी में मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

सर्वप्रथम माता सरस्वती देवी के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण पश्चात कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि व आचार्यों को शाल-श्रीफल व स्मृति चिन्ह के साथ सभी छात्र-छात्राओं द्वारा सम्मानित किया गया।

बारी-बारी से सभी छात्र-छात्राओं ने अपना परिचय देते हुए स्कूल में शिशु-क (केजी-1) से 10वीं तक के अपने अनुभव और बीते समय को याद कर कुछ विशेष यादों को दोहराते हुए भाव-विभोर हो उठे। छात्र-छात्राओं के परिचय पश्चात आचार्य राजकुमार ठाकुर ने 20 सालपूर्व के छात्र-छात्राओं को दिए गए संस्कार को पुन: देख अतिप्रसन्न होकर अन्य लोगों को भी अपने आचरण में उतारने को व्यक्त करते हुए सम्बोधित किया गया कि तब जो समय था जब बच्चों के भीतर माता-पिता व शिक्षक का एक भय होता था, जिस भय से उन बच्चों में उचित आचरण और संस्कार भरने में उतना कठिन नहीं होता था, जो आज 20 साल पश्चात शासन के नियमों और अभिभावक के लापरवाह व्यवस्था से कठिनाई हो रही है।

आचार्य अजित पांडेय ने अपने उद्बोधन में सभी छात्र छात्राओं को कार्यक्रम के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपना सभी छात्र-छात्राओं को आशीषवचन प्रदान करते हुए सरस्वती शिशु मंदिर के आज की स्थिति व हालात को अभिव्यक्त किया गया।

आचार्य पुनीत पांडेय जी ने कार्यक्रम के सफल संचालन से प्रभावित होकर आनन फानन में तैयार किये एक कविता को सुनाया गया।

 जिसमें माता-पिता का सदैव सेवा-सत्कार करने को उच्चारित किया गया है, जिसे सुन सभी उपस्थित छात्र छात्राएँ प्रभावित हुए।

आचार्य उपेंद्र सिन्हा ने अपने स्कूल को दिए गए सेवा-व्यवस्था को याद करते हुए आज प्राइवेट संस्था से शासकीय संस्था में पहुंचने का सारा क्षेय सरस्वती शिशु मंदिर रामानुजगंज के संस्था को देते हुए, यहां बिताये क्षण में से 15 अगस्त वर्ष 1999-2000 को परेड के दौरान अपने छात्र-छात्राओं को भीतर संस्कार को याद किया जब बारिस के दौरान भी परेड की लाइन से कोई छात्र-छात्रा टस से मस नहीं हुए थे, पुन: स्मरण कर सभी को भावविभोर कर दिया गया।

अंत में मुख्य अतिथि प्राचार्य राकेश त्रिपाठी ने अपने पुराने शैली में हिंदी अलंकार का उच्चारण करते हुए पुन: स्कूल के उस कक्षा में सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं को ले गए, जब प्राचार्य के क्लास टाइम में एक भी छात्र-छात्राओं का एक दूसरे से वार्तालाप नही होता था, बिल्कुल पिन-ड्राप साइलेंट की मुद्रा में उनके वक्तव्य को सुना जा रहा था, अपने दिए गए संस्कार को याद कर प्राचार्य भावुक हो चुके थे, कुछ छात्र के भी आंखे नम थी।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्रा- शालिनी प्रिया, आकांक्षा, छात्र- अमित पूरी, सुन्नी गुप्ता, आशीष गुप्ता, दीपक गुप्ता, मुकेश गुप्ता, रोशन गुप्ता, अभिनव गुप्ता, अजित जायसवाल, अजित ओझा, अजय गुप्ता, विवेक कश्यप, राजेश ठाकुर, ज्ञान प्रकाश ठाकुर, आशीष गुप्ता(चाकी), दयाशंकर चौबे, राजीव रंजन, दीप नारायण, अनिल ठाकुर उपस्थित रहे।


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