बलरामपुर

बलरामपुर में संगठित गिरोह की तरह काम कर रहा है राजस्व अमला, आवेदनों पर नहीं हो रही कोई सुनवाई
11-Jun-2022 7:32 PM
बलरामपुर में संगठित गिरोह की तरह काम कर रहा है राजस्व अमला, आवेदनों पर नहीं हो रही कोई सुनवाई

   निशक्त सेवानिवृत्त सहायक पंजीयक ने सीएम को पत्र में बताई व्यथा   

रघुनाथपुर नायब तहसीलदार पर घूस लेने का लगाया आरोप, कार्रवाई की मांग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर,11 जून।
अम्बिकापुर निवासी सेवानिवृत्त सहायक पंजीयक विजयशंकर दुबे ने मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित पत्र में राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों से मिली मानसिक प्रताडऩा के बारे में विस्तार से बताया है। श्री दुबे ने अपने आवेदन में कहा है कि वे 50 फीसदी दिव्यांग हैं, जिस कारण से ही उन्होंने स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी और वे अन्य व्याधियों से ग्रस्त होकर बिस्तर पर हैं।

बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर क्षेत्र के जनकपुर में उनके स्वयं के नाम पर 3 एकड़ व 2 एकड़, ग्राम मुढिय़ा में 3 एकड़ व ग्राम शंकरपुर में पत्नी के नाम पर 4 एकड़ भूमि है। इसके अलावा जनकपुर में पैतृक भूमि भी स्थित है।

उक्त भूमि के बंटवारे के लिए आवेदक द्वारा पटवारी को डाक से आवेदन भेजा गया था, जो कि वापस आ गया। वहीं बलरामपुर कलेक्टर व रघुनाथपुर तहसीलदार को आवेदन प्राप्त हो गया था परन्तु इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। आवेदक की जनकपुर व मुढिय़ा में स्थित भूमियों का नक्शा राजस्व अधिकारियों ने बदल दिया। जिसे सुधारने के लिए आवेदन करने पर उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, न ही आवेदक को इस संबंध में कोई जानकारी दी गई।

वहीं जनकपुर में स्थित 2 एकड़ की भूमि पर आवेदक ने बांस की लगवाया था, जिसकी बिक्री के लिए बी1 व खसरा की आवश्यकता होने पर भुंईया पोर्टल पर उसके नहीं मिलने पर रघुनाथपुर नायब तहसीलदार को आवेदन प्रस्तुत करने पर उसने आवेदन लेने से ही इंकार कर दिया। जिसके बाद आवेदन वाड्रफनगर एसडीएम को पंजीकृत डाक से भेजा गया, परन्तु उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इसके अभाव में वे अपना बांस बेच भी नहीं पाए और अंतत: उक्त जमीन पर लगा हुआ दो लाख का बांस चोरी हो गया। ऐसी ही समस्या पत्नी के नाम पर दर्ज भूमि के मामले में भी आई, जिस पर राजस्व अधिकारियों ने उनकी कोई मदद नहीं की और न ही कोई कार्रवाई की।

राजस्व विभाग से प्रताडि़त आवेदक ने आरोप लगाते हुए अपने पत्र में लिखा है कि नायब तहसीलदार द्वारा हर कार्य के लिए निश्चित राशि रिश्वत के रूप में निर्धारित की गई है। उन्होंने बलरामपुर जिले के राजस्व अमले को संगठित व योजनाबद्ध गिरोह भी बताया है जो क्षेत्र की जनता के जेब पर डकैती डाल रही है और यहां बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है।

उन्होंने रघुनाथपुर नायब तहसीलदार पर ऋण पुस्तिका में हस्ताक्षर करने के दो हजार रूपये लेने का आरोप भी लगाया है। बलरामपुर जिले में राजस्व विभाग द्वारा आपराधिक कृत्य किये जाने पर उन्होंने मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाने की भी मांग की है।

 


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