बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,12 अप्रैल। जल संसाधन संभाग क्रमांक 2 रामानुजगंज के कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर ने तत्कालिक कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम, तत्कालिक अनुविभागीय अधिकारी सर्वेक्षण एवं अनुसंधान उप संभाग रामानुजगंज राजेंद्र प्रसाद सिंह, तत्कालीन उप अभियंता सर्वेक्षण एवं अनुसंधान उप संभाग रामानुजगंज सुजीत कुमार गुप्ता को पत्र जारी कर वित्तीय वर्ष 2021 -22 में बजट में नवीन मद में शामिल सिंचाई योजनाओं के सर्वेक्षण एवं डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत नहीं करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया। जबकि सर्वेक्षण में 2 करोड़ 7 लाख 52 हजार रुपए खर्च भी कर दिए गए।
जल संसाधन विभाग के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता उमाशंकर राम, तत्कालिक अनुविभागीय अधिकारी एवं उप अभियंता के द्वारा किस प्रकार से शासकीय कार्य में घोर लापरवाही बरती जाती थी एवं शासकीय राशि का किस प्रकार से दुरुपयोग किया जाता था।
इसका खुलासा तब हुआ, जब नव पदस्थ कार्यपालन अभियंता ने संभागीय कार्यालय में सर्वेक्षण एवं डीपीआर के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें तत्कालिक अनुविभागीय अधिकारी सर्वेक्षण एवं अनुसंधान उप संभाग से चर्चा की तो पता चला कि 2021-22 के बजट में शामिल योजनाओं के सर्वेक्षण एवं डीपीआर प्रस्तुत करने का कार्य तत्कालिक कार्यपालन अभियंता द्वारा सर्वेक्षण एवं अनुसंधान उप संभाग रामानुजगंज को सौंपी गई थी जिसमें डीपीआर छत्तीसगढ़ शासन मंत्रालय रायपुर में 11 डीपीआर प्रस्तुत है जिसमें उठाई गई आपत्तियां जैसे कलेक्टर का प्रमाण पत्र, परियोजना प्रशासक का प्रमाण पत्र, कृषि विभाग का प्रमाण पत्र एवं अधीक्षण अभियंता का निरीक्षण प्रतिवेदन आदि संलग्न नहीं किया गया। यही नहीं प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग रायपुर में आठ डीपीआर प्रस्तुत है जिनमें उठाई गई आपत्तियों में जैसे कलेक्टर का प्रमाण पत्र परियोजना प्रशासक का प्रमाण पत्र कृषि विभाग का प्रमाण पत्र एवं अधीक्षण अभियंता का निरीक्षण प्रतिवेदन आदि प्रस्तुत नहीं किया गया।
अधीक्षण अभियंता जल संसाधन मंडल बलरामपुर में 9 डीपीआर प्रक्रियाधीन है, जिन्हें उच्च कार्यालय में प्रेषित कराने में सार्थक पहल नहीं की गई। समय पर विभिन्न सिंचाई योजनाओं का डीपीआर प्रस्तुत नहीं करने का क्षेत्र के किसानों को सिंचाई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
समय पर डीपीआर प्रस्तुत नहीं करने पर कई योजनाएं हैं लंबित
संभाग के अंतर्गत रामानुजगंज के एनीकट, दलको जलाशय सहित अन्य कई जलाशयों के मरम्मत एवं सुधार किए जाने की मांग लंबे समय से क्षेत्रवासियों के द्वारा की जाती रही है परंतु विभाग के अधिकारियों की इसी प्रकार की सुस्ती एवं लापरवाही के कारण योजनाएं अब तक लंबित है एवं विभाग के योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
7 दिन के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए दिया नोटिस
जल संसाधन संभाग क्रमांक 2 के कार्यपालन अभियंता ने तत्कालीन कार्यपालक अभियंता अनुविभागीय अधिकारी एवं उप अभियंता को नोटिस जारी कर 7 दिवस के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए पत्र जारी किया। जारी स्पष्टीकरण में घोर लापरवाही एवं वित्तीय अनियमितता का परिचायक बताया है।
बैठक में शामिल नहीं हुए उप अभियंता, नोटिस
जल संसाधन विभाग के संभागीय कार्यालय में सर्वेक्षण एवं डीपीआर के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में उपस्थित होने के लिए तत्कालिक उप अभियंता सुजीत कुमार गुप्ता को निर्देशित किया गया था, परंतु बैठक में उपस्थित नहीं हुए जिस कारण संरक्षण एवं डीपीआर के संबंध में समुचित समीक्षा नहीं हो सकी इस कारण उन्हें स्पष्टीकरण जारी करते हुए 3 दिन के अंदर जवाब प्रस्तुत करने के लिए कार्यपालन अभियंता ने नोटिस जारी किया।