बलरामपुर

जनप्रतिनिधियों व डिप्लोमा इंजी. एसो. ने की थी हटाने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 31 मार्च। जल संसाधन संभाग क्रमांक 2 रामानुजगंज के नव पदस्थ कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर के द्वारा संभाग के अधीन कार्यरत राजेंद्र प्रसाद सिंह प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी संरक्षण एवं अनुसंधान उप संभाग रामानुजगंज को मुख्य अभियंता हसदेव गंगा कथा जल संसाधन विभाग अंबिकापुर के परिपालन में पुराने आदेश को शिथिल किया गया। उप अभियंता आसिफ तिर्की को अतिरिक्त प्रभार दिया गया, वहीं 8 वर्षों से अपने गृह ग्राम में पदस्थ उप अभियंता सुजीत कुमार गुप्ता को उप अभियंता जल संसाधन उप संभाग क्रमांक 1 बलरामपुर में पदस्थ किया गया।
जल संसाधन संभाग क्रमांक-दो रामानुजगंज में पदस्थ उप अभियंता राजेंद्र प्रसाद सिंह को कार्यपालक अभियंता उमाशंकर राम के द्वारा प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी सर्वेक्षण उप संभाग रामानुजगंज बनाया गया था, वहीं उप अभियंता सुजीत गुप्ता को 4 सबडिवीजन में कार्य के लिए आदेशित किया गया था। कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम के आदेश को लेकर छत्तीसगढ़ डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए इसका विरोध किया था व कनिष्ठ उप अभियंता राजेंद्र प्रसाद सिंह को अधिकारी सर्वेक्षण उप संभाग रामानुजगंज से हटाने की मांग कलेक्टर से की थी, वहीं सुजीत गुप्ता पर भी विभाग के अनुभाग अधिकारियों एवं उप अभियंताओं ने गंभीर आरोप लगाए थे। बैठक कर सुजीत गुप्ता पर अनुभाग अधिकारी से सांठगांठ कर व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति के लिए कार्य करने का आरोप लगाया था।
दोनों की नियुक्ति से ही विवाद गहराता जा रहा था। जनप्रतिनिधियों एवं डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के द्वारा भी दोनों को लगातार हटाए जाने की मांग की जा रही थी। इस बीच नव पदस्थ कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर के द्वारा संभाग के अंतर्गत स्थानांतरण किया गया।
सुजीत गुप्ता पर लगे हैं कई गंभीर आरोप
सुजीत गुप्ता वर्तमान में जल संसाधन संभाग क्रमांक दो के चार सब डिवीजन में कार्य कर रहे थे, उन पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे, वही छत्तीसगढ़ डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के द्वारा भी इन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, परंतु तत्कालिक कार्यपालन अभियंता के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी, जिस कारण जनप्रतिनिधियों एवं छत्तीसगढ़ डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन में भी आक्रोश था। इस बीच नव पदस्थ कार्यपालन अभियंता के द्वारा संभाग के अंतर्गत ही स्थानांतरण किया गया।
बिना 12 वर्ष की सेवा पूर्ण किए बना दिया था राजपत्रित अधिकारी
उप अभियंता राजेंद्र प्रसाद सिंह को तत्कालीन कार्यपालक अभियंता उमाशंकर राम के द्वारा 12 वर्ष की सेवा बिना पूर्ण किए राजपत्रित श्रेणी का पद दे दिया था, जिसकी जमकर आलोचना हुई थी। जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई थी, वहीं छत्तीसगढ़ डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन ने भी आपत्ति की थी।