बलरामपुर

आदिवासियों की कब्जे की भूमि हड़पने की कोशिश, कलेक्टर से शिकायत
19-Feb-2022 8:44 PM
आदिवासियों की कब्जे की भूमि हड़पने की कोशिश, कलेक्टर से शिकायत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर,19 फरवरी।
बलरामपुर जिला मुख्यालय के समीप बडक़ीमहरी डूमरखी के दर्जनों ग्रामीण आज बलरामपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहाँ बलरामपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया कि गरीब आदिवासी की सेटलमेंट तथा कब्जे की भूमि हड़पने की कोशिश की जा रही है।

देवा आत्मज रत्ना जाति कोड़ाकु एवं कामेश्वर आत्मज रामदेव जाति भुईहर दोनों ने बलरामपुर कलेक्टर को अवगत कराते हुए बताया कि सरगुजा सेटलमेंट की भूमि पुराना खसरा नंबर 34,35,36,37 कुल रकबा 2.09 हेक्टेयर एवं कब्जा शासकीय भूमि खसरा नंबर 30/1 रकबा लगभग 1.20 हेक्टेयर भूमि स्थित ग्राम बडक़ीमहरी डूमरखी जिसका संयुक्त रूप से नवीन खसरा नंबर 337,339,340,341 और 342 रकबा 2.00 हेक्टेयर भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 343 पर स्थित है। जिसे सामान्य वर्ग के राम देनी मार निवासी टांगरमहरी द्वारा छल कपट पूर्वक कब्जा कर अपने मातहत अजजा वर्ग के मुनिया वगैरा निवासी बडक़ीमहरी के नाम दर्ज करा दिया गया था। जो वर्ष 1994 -1995 के बंदोबस्त में अधिकार अभिलेख अंकित है। जहां 1996-97 में सामान्य जाति के रामदेनी मार के विरुद्ध न्यायालय रामानुजगंज के समक्ष भूमि वापसी प्रकरण दर्ज किया गया है। जिसका प्रकरण क्रमांक 71 अ23/1996-97 पारित आदेश दिनांक 20/12/2001 है।
इस भूखंडों का बी1 खसरा नीरज वगैरह जाति कोरवा निवासी ग्राम दहेजवार के नाम से दर्ज है। जिसको अपने विश्वास में लेकर शांति राम पिता सब्बन राम पति उमाशंकर राम जाति गोड निवासी ग्राम कमारी शंकरगढ़ के द्वारा विधि विरुद्ध पंजीकृत विक्रय नामा उप पंजीयक अंबिकापुर के समक्ष 19-2-2020 को अपने पक्ष में निष्पादित करा लिया गया है।
 
आवेदकों ने बलरामपुर कलेक्टर को अवगत कराते हुए बताया कि उक्त भूमि को विधि विरुद्ध विक्रय की जानकारी तब हुई, जब न्यायालय तहसीलदार बलरामपुर के न्यायालय में वाद भूमि का नामांतरण शांति राम के पक्ष में किए जाने हेतु इश्तिहार का प्रकाशन किया गया था। जानकारी लगने के बाद आवेदकों ने नामांतरण पर आपत्ति प्रस्तुत कर शिकायत की जिसमें न्यायालय तहसीलदार बलरामपुर के द्वारा अपने आदेश दिनांक 28/1/ 2022 के अनुसार निरस्त कर दिया गया।

उन्होंने अवगत कराया कि वाद भूमि को उमाशंकर राम के द्वारा हड़पने का प्रयास से पीडि़त होकर आवेदकगण ग्रामवासियों के साथ ज्ञापन कलेक्टर को सौंपते हुए निष्पक्ष जांच करने एवं गरीबों के हक दिलाने की बात कही है। इतना ही नहीं उन्होंने उमाशंकर राम पर आरोप लगाया है कि आवेदकगणों के समर्थकों को धमकी देते हुए गंभीर व संगीन मामलों में झूठा एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की जा रही है।

वहीं कलेक्टर बलरामपुर ने आवेदकों को निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही है तथा खुदाई कार्य व निर्माण कार्य नहीं कराने की चेतावनी दी है।

ज्ञात हो कि बलरामपुर जिले में फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री खरीदी बिक्री की कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं और ऐसे कई मामले न्यायालय के साथ-साथ तहसील कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, कलेक्ट्रेट कार्यालय एवं कमिश्नर कार्यालय यहां तक कि न्यायालय में भी चल रहे हैं। आवेदन देने वालों में लघुतम प्रसाद, (सरपंच बडक़ीमहरी) कामेश्वर राम, जुगेश्वर राम, देवाराम कूड़ाकु, विनोद यादव, विनेशसर राम, शिवलगन यादव, सुनील बेसरा, देव कुमार राम, सुरेश राम, रामाराम, विसुनदेव राम, बसु राम, तथा दर्जनों ग्रामीण मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


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