बलरामपुर

दात्रम सचिव पर पंचायत की राशि अपने व पत्नी के खाते में आहरण का आरोप, सीईओ से शिकायत
17-Feb-2022 3:16 PM
दात्रम सचिव पर पंचायत की राशि अपने व पत्नी के खाते में आहरण का आरोप, सीईओ से शिकायत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी,17 फरवरी।
जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत दात्रम के सचिव द्वारा पंचायत के खाता से राशि अपने व पत्नी के खाते में आहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुसमी को लिखित आवेदन पर शिकायत दी गई है, साथ ही इसकी प्रतिलिपि बलरामपुर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ तथा एसडीएम कुसमी को दी गई है।

 शिकायतकर्ता ने बताया है कि ग्राम पंचायत दात्रम के पंचायत खाता राज्य ग्रामीण बैंक शाखा कुसमी से पंचायत सचिव संजय पैकरा के द्वारा मनमानी ढंग से बिना पंचों की सहमति एवं बिना निर्माण कार्य किए 14वें वित्त आयोग की राशि को अपने स्वयं के खाता में एवं पत्नी के खाता में पैसा ट्रांसफर किया गया है।

शिकायतकर्ता ने कुल राशि तीन लाख बहत्तर हजार रुपये प्रमाणिक दस्तावेज आवेदन के साथ संलग्न कर आहरण किया जाना संबंधित अधिकारियों को अवगत कराते हुए राशि वसूली की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ ने इसकी जानकारी बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कलेक्टर कुंदन कुमार को देने की कोशिश की गई, लेकिन वह आवश्यक बैठक में थे, उन्होंने मोबाइल पर संदेश के माध्यम भेजने के लिए कहा।
जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज सीईओ रीता यादव ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है। जनपद पंचायत सीईओ को जांच के लिए लेटर भेजा गया है। जांच प्रतिवेदन आ जाएगा, उसके आधार पर कार्रवाई करेंगे। लगातार सचिव के खिलाफ शिकायत आने के सवाल पर उन्होंने कहा सीईओ को मैंने अच्छे के जांच के लिए आज ही कहा है।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुसमी रणवीर साय ने कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है। मामले की जाँच के लिए टीम गठित कर दी गई है। जाँच रिपोर्ट में मिली तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पंचायत सचिव संजय पैकरा ने कहा, कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। पूर्व में हुए जाँच के दौरान बंैक से आहरण हुई राशि का हिसाब दे चुका हूँ, मेरे नाम से चेक से राशि आहरण नहीं हुआ है। वहीं बैंक स्टेटमेंट में साफ तौर पर आहरण उल्लेखित दिख रहा हैं।

पूर्व में भी शिकायत, पर कार्रवाई नहीं
ग्राम पंचायत दात्रम के उपसरपंच व पंचों ने पूर्व में भी उक्त पंचायत सचिव के ऊपर शासन से पंचायत को मिले 14वें वित्त आयोग मद व मूलभूत की अधिकांश राशि को बगैर कार्य कराए एवं पंचों के बिना सहमति के मनमानी तरीके से राशि का आहरण कर बंदरबांट करने का आरोप लगाया था। आरोप यह भी लगाया गया था कि सचिव द्वारा न तो ग्राम सभा लगाया जाता है और न ही पंचों या उपसरपंच से किसी प्रकार की सलाह लेकर आहरण वितरण पंजी में हस्ताक्षर कराया जाता है। जिसकी शिकायत विगत माह बलरामपुर कलेक्टर, जिला पंचायत व जनपद कार्यालय कुसमी में की गई थी।

इस शिकायत पर सीईओ जनपद पंचायत कुसमी रणवीर साय द्वारा मामले की जाँच के लिए पंचायत निरीक्षक महेश बुनकर, सब इंजीनियर रामाधीन की टीम को मामले की जाँच के लिए दात्रम भेजा गया। जांच टीम को सचिव के द्वारा बिना किसी दस्तावेज को सामने लाए मौखिक रूप से हिसाब बताया गया। इसे लेकर उपस्थित जनप्रतिनिधि व ग्रामीणोंं के बीच असंतोष व्याप्त है।


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