बलरामपुर

4 माह पहले रांची जाने निकला था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 9 जनवरी। चार माह पहले झारखंड की राजधानी रांची में कमाने खाने जाने के लिए गए युवक का कंकाल मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। परिजन को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि रांची जाने की बजाय वह जंगल में कैसे पहुंच गया और कैसे उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक 8 जनवरी को केश्वर पैकरा पिता मेडऩ पैकरा (32) सेमराकला ने थाना में सूचना दी कि 7 जनवरी को गांव के कुछ लोग छिन्दपाठ जंगल में कटहल तोडऩे गये थे, तब उन्होंने वहां एक पेड़ के उपर एक मानव कंकाल को लटका हुआ देखा। जिसके बाद इसकी सूचना गांव के कोटवार वर्मा कुमार को दी।
गांववालों ने उक्त जंगल पहाड़ी में जाकर देखा तो कंकाल के पहने कपड़े और चप्पल को देखकर उसे गांव का बिरेश कुमार पैकरा के रूप में उसकी पहचान की गई। जिसके बाद इसकी सूचना कुसमी पुलिस को दी गई।
सूचना पाते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी एवं थाना प्रभारी कुसमी प्रकाश राठौर एवं थाना कुसमी स्टाफ को लेकर मौके पर पहुंचे एवं घटनास्थल एवं उक्त नर कंकाल की बारिकी से जाँच की, जिसमें मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या होना प्रतीत पाया गया। एसडीओपी के द्वारा बीएमओ कुसमी को मौके पर पहुंचकर पोस्टमार्टम कर मृत्यु का कारण बताने हेतु निर्देशित किया।
एसडीओपी रितेश चौधरी द्वारा मृतक के परिजनों से पूछताछ करने पर बताया कि मृतक आज से करीब चार माह पूर्व राँची कमाने-खाने काम करने जा रहा हूं, कहकर निकला था, जो आज तक वापस नहीं आया।
आज उसकी लाश देख कर परिवार वाले अचंभित है। पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच किया जा रहा है। मृतक बिरेश पैकरा की मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा रहा है।