बलौदा बाजार

बलौदाबाजार, 23 जुलाई। जिला स्तरीय स्पोर्ट्स स्टेडियम में घटिया निर्माण कार्य की वजह से स्टेडियम 5 वर्षों में ही दुर्दशा को प्राप्त हो चुका है। छत पर ढलाई के दौरान घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किए जाने के चलते थोड़ी सी बारिश में ही छत से पानी टपकने लगता है, जिसके चलते खिलाडिय़ों को अभ्यास के दौरान अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी वजह से बैडमिंटन का लकड़ी का कोड भी पानी से फूल गया है।
इसके अलावा प्रथम तल पर सर्व सुविधा युक्त जिम भी स्टेडियम में स्थापित किया गया था, जहां आज भी नगर के सभी प्रमुख निजी जीव की अपेक्षा अधिक समान है परंतु जिम हेतु ट्रेनर नियुक्त नहीं किए जाने के चलते जिम की ओर लोगों का रुझान नहीं है यदि जिम के खराब पड़े सामानों की मरम्मत के अलावा ट्रेनर नियुक्त कर दिया जाएगा, तो निश्चित ही पूर्व की भांति लोग जिम का उपयोग कर लाभान्वित हो सकेंगे।
खेल प्रेमियों द्वारा स्टेडियम में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर जिला एवं नगर पालिका प्रशासन का ध्यान दर्जनों बार आकृष्ट कराया गया है, परंतु समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है जिसके चलते खेल प्रेमियों में निराशा व्याप्त है।
विदित हो कि जिला स्तरीय स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण 519.41 लाख की लागत से किया गया था, जहां बैडमिंटन के दो कोर्ट के अलावा सर्व सुविधा युक्त जीव टेबल टेनिस समेत अन्य इंडोर गेम खेलने की व्यवस्था है। इसके अलावा स्टेडियम में क्रिकेट लॉन्ग टेनिस वॉलीबॉल बास्केटबॉल का भी ग्राउंड है, परंतु ग्राउंड निर्माण के दौरान खेल के मैदान के मापदंड के अनुरूप कार्य नहीं होने से मैदान भी दुर्दशा को प्राप्त है। विशेषकर बास्केटबॉल के ग्राउंड में लेवलिंग सही नहीं होने के चलते बारिश का पानी यहां एकत्र हो जाता है, वहीं छत में भी घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किए जाने के चलते छत जगह-जगह से उखड़ चुकी है। बारिश के दौरान इन उखड़े हुए स्थानों से पानी रिस कर स्टेडियम के अंदर टपकता है जिससे बारिश के दिनों में खेलने में व्यवधान उत्पन्न होता है
महिला स्व सहायता समूह कर रहा है संचालन
प्रारंभ में स्टेडियम का संचालन नगर पालिका द्वारा किया जाता था, बाद में सफाई व अन्य व्यवस्था को देखते हुए संचालन का कार्य महिला स्व सहायता समूह को दिया गया है वर्तमान में वयस्कों हेतु शुल्क 500 तथा बच्चों हेतु 200 रु. निर्धारित है स्टेडियम में सुबह और शाम मिलकर करीब 20 से 30 खिलाड़ी निमित्त पहुंचते रहे हैं, जबकि स्टेडियम की दुर्दशा को देखते हुए अब बहुत से खिलाडिय़ों ने यहां आना बंद कर दिया है। इसके चलते महिला समूह को पूरे कार्य संचालन में अपेक्षित लाभ भी नहीं मिल पाने से वे परेशान हैं। यदि स्टेडियम के अलावा यहां खेल सामग्रियों जिम में व्यवस्थित कर दिया जाए तो स्टेडियम की रौनक लौटने के अलावा स्व सहायता समूह की आय भी वृद्धि हो सकेगी।
खिलाडिय़ों ने कहा कलेक्टर स्वयं आकर देखें दुर्दशा
इस संबंध में खेल प्रेमियों एवं खिलाडिय़ों द्वारा प्रशासन का ध्यान दर्जनों बाद आकर्षित कराया गया है परंतु जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा संज्ञान नहीं लिए जाने के चलते स्टेडियम बदहाल हो रहा है। खिलाडिय़ों ने नव पदस्थ कलेक्टर रजत बंसल से स्टेडियम का अवलोकन कर जर्जर छत, बैडमिंटन कोर्ट आदि के मरम्मत हेतु नगर पालिका को निर्देश देने की मांग की है।