बलौदा बाजार

गढ़ कलेवा में छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यजनों का लुफ्त उठा रहे हैं लोग
09-Sep-2021 5:54 PM
गढ़ कलेवा में छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यजनों का लुफ्त उठा रहे हैं लोग

तीजा पोरा पर आर्डर से तैयार किया गया ठेठरी खुरमी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 8 सितंबर। जिला पंचायत बलौदाबाजार परिसर स्थित गढ़ कलेवा में आम लोग छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यजनों का लुफ्त उठा रहे है। गढ़ कलेवा का संचालन जनमानव दिव्यांग स्व सहायता समूह बलौदाबाजार के द्वारा किया जा रहा है।

 समूह के अध्यक्ष दिव्यांग पूरण लाल कुर्रे ने बताया कि हमारे समूह में कुल 10 लोग है। हमारे द्वारा गढ़ कलेवा में चीला,फरा, ठेठरी, खुरमी,अइरसा एवं भजिया बड़ा,करी लड्डू भी बेचा जाता हैं। पूरण लाल  कुर्रे ने बताया कि प्रतिदिन 15 सौ से 16 सौ रुपये की बिक्री हो जाती है। जिससे करीब 8 सौ रुपये की आमदनी हो रही है। इस तरह महीने में करीब 18 से 20 हजार की शुद्ध मुनाफा हो जाता है। मुनाफे को हम सभी सदस्यों में नियमानुसार बाट देतें है। पूरन लाल कुर्रे ने बताया की मैं गढ़ कलेवा के संचालन के पूर्व पान ठेला का संचालन करता था। जिसमें मुझे प्रतिदिन 150 से 2 सौ रुपये की आमदनी होती थी। आज मेरे आमदनी में गढ़ कलेवा के माध्यम से काफी सुधार हो हुआ है।कलेक्टोरेट परिसर में दूर दराज से आने वाले आवेदक एवं सामान्य लोग भी गढ़ कलेवा में पकवानों का लुफ्त उठाते है।

बालौदाबाजार विकासखंड के अंतर्गत ग्राम मगरचबा निवासी अशोक बंजारे एवं अचानकपुर निवासी सरजू पुरेना ने बताया कि वह पेशे से किसान है। हम दोनों श्रम विभाग में काम के सिलसिले में आये हुए थे। हम जब भी आते तो हम लोग गढ़ कलेवा में ही आकर नास्ता कर के वापस घर जाते है। उसी जिला पंचायत के कर्मचारी सलीम ने बताया कि मैं यहां अक्सर नास्ते में चीला लेना पसंद करता हूं। इस तरह आज गढ़ कलेवा सांस्कृतिक संरक्षण के साथ दिव्यांगों को स्वरोजगार के भी अवसर प्रदान कर रहा है। फूड सेफ्टी अधिकारी उमेश वर्मा बताते ही छतीसगढ़ी पकवानों में मुख्यत: चावल एवं गेंहू आटे के साथ गुड़ का प्रयोग होता है। जो पौष्टिकता से भरा होता है।

मैदा का उपयोग नहीं होने से इन खाद्य पदार्थों  का पाचन बहुत ही आसान हो जाता है। बैठकों में परसो जाता है छत्तीसगढ़ी व्यंजन शासन के निर्देश पर जिला पंचायत एवं कलेक्टोरेट के बैठकों में भी गढ़ कलेवा में बने पकवानों को परोसा जाता है। इसके साथ ही जिला पंचायत द्वारा गढ़ कलेवा के संचालन हेतु नि:शुल्क स्थान एवं बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराया गया हैं।

तीजा पोरा के अवसर में आर्डर से तैयार किया जा रहा है ठेठरी खुरमी बलौदाबाजार नगर निवासी रामकुमार साहू ने बताया की मेरे दो बहन है। दोनों बहनी तीजा में घर आये है। इस बार घर मे पकवान ना बना के मैंने यहां गढ़ कलेवा करीब 5 सौ रुपये का ठेठरी खुरमी का ऑर्डर दो दिन पहले दिया था। जिसे आज मैं लेने आया हूं।

करी लड्डू का है सबसे ज्यादा डिमांड गढ़ कलेवा के संचालक जनमानव दिव्यांग स्व सहायता समूह के अध्यक्ष पूरण लाल कुर्रे ने बताया की हमारे दुकान के करी लड्डू का काफी डिमांड है। आसपास के गाँव सहित नगर के लोग करी लड्डू को ऑर्डर से तैयार करवाते है। लोग सुख दु:ख के मौके सहित मकर संक्रांति पर्व मे काफी सँख्या में यहां से करी लड्डू ले जाते है।


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