बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 7 सितंबर। बलौदाबाजार सुहेला ग्राम शिकारी केसली में नवनिर्मित हाई सेकेंडरी स्कूल भवन का निर्माण गुणवत्ताविहीन होने की शिकायत ग्रामीणों ने की है। ग्रामीणों ने भवन की मरम्मत की बजाय डिस्मेंटल कराने की मांग की है।
डेढ़ साल पहले एक करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से बने इस स्कूल भवन में अभी तक विद्यार्थी बैठ नहीं पाए हैँ और निम्न स्तरीय निर्माण के कारण उसमें दो बार सुधार कार्य किया जा चुका है। इसके बाद भी किसी भी कमरों का कोई भी दीवार ऐसा नहीं है, जिसमें दरार का निशान ना हो। भवन का प्लास्टर भी गिर रहा। इसके अलावा अनेक स्थानों पर छत में भरा बरसाती पानी सीपेज हो रहा है।
जिला कांग्रेस के सचिव रामदेव यदु, शिकारी केसली सरपंच भोला वर्मा, उपसरपंच भरत बंजारे, नारायण नेताम, जगमोहन बंजारे, हरिलाल धु्रव, पूर्व सरपंच मुन्ना लाल यदु, सोमनाथ निषाद, मेवालाल ध्रुव सहित ग्रामीणों ने स्कूल भवन निर्माण को घटिया बताते हुए कहा कि अभी से भवन का प्लास्टर उखड़ कर गिर रहा है। इससे अभी भी बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहता है। लोगों का कहना कि शासन शिक्षा के विस्तार के लिए योजना बनाकर लाखों रुपए खर्च करती है परंतु लोक निर्माण विभाग संभाग बलोदा बाजार के विभागीय अधिकारियों की निष्क्रियता और ठेकेदार की मनमानी के कारण घटिया निर्माण का आलम यह है कि ब्लैक बोर्ड तक को सुधारा गया है। छतों में भरा बरसाती पानी रिस कर दीवारों पर जा रहा है।
पूरे बिल्डिंग में ऐसा कोई कमरा नहीं है, जिसमें दरारें न आई हो और जिसे सुधारा नहीं गया हो।
अफसरों से ग्रामीणों ने की है शिकायत
शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रेम लाल सोनवानी ने बताया कि उन्होंने सरपंच, सचिव सहित पंचायत के सदस्यों को 2 माह पहले ही घटिया निर्माण के प्रति सावधान किया था।
ग्रामीणों ने कहा कि घटिया निर्माण के जानकारी विभागीय अधिकारियों लोक निर्माण विभाग संभाग बलोदा बाजार कार्यपालन अभियंता ईई. टी. सी. वर्मा के साथ-साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एवं जनप्रतिनिधि को भी दी गई है। कंडम भवन को डिस्मेंटल करवा कर नए स्कूल भवन निर्माण की मांग की है।
ठेकेदार 3 साल तक मरम्मत करेगा एसडीओ
इस मामले में लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदाबाजार के अनुविभागीय अधिकारी भाटापारा एसडीओ डीआर कौशिक ने बताया कि ठेकेदार से 3 साल का एग्रीमेंट हुआ है। उसके द्वारा भवन को 3 साल तक सुधारा जाएगा। उन्होंने कहा कि स्टोन माइन्स से होने वाली ब्लास्टिंग की दीवारों पर दरारें आने का एक कारण हो सकता है।