बलौदा बाजार

जल्द कार्रवाई की जाएगी- सहायक संचालक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 23 अगस्त। जिले में नगर के साथ आउटर में जमीन की अवैध प्लाटिंग का खेल लंबे समय से चल रहा है। नगर निवेश विभाग से मिले आंकड़ों की माने तो जिले में 246 कॉलोनियों में से 220 कॉलोनियां अवैध है, मात्र 26 कॉलोनियां वैध है।
विभाग ने 220 कॉलोनाइजर को लगभग 4 माह पहले नोटिस भी भेजा है मगर अधिकतर लोगों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया और न ही विभाग ने नोटिस की अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई की।
नगर निवेश विभाग के अफसर ने बताया कि 2014 के बाद से शहर में बसी कॉलोनियों का सर्वे नहीं किया गया है।
इस मामले में अहम पहलू यह भी है कि नगर निवेश विभाग ने जिन कॉलोनाइजरों को अवैध निर्माण के लिए नोटिस जारी किया है, तकनीकी कारण बताकर उनकी सूची देने से इंकार कर रहे हैं। कॉलोनाइजर को अपनी कॉलोनी की कुल जमीन में से 56 फीसदी जमीन में ही प्लाटिंग कर बेचनी होती है, जबकि 44 फीसदी जमीन रोड डेवलपेंट, गार्डन तथा गरीब वर्ग के लिए आरक्षित करनी रहती है। जिला नगर निवेश जिले में जिन 26 कॉलोनियों को वैध बता रहा है उनमें से किसी ने भी इन नियमों का पालन नहीं किया है।
10 एकड़ की कॉलोनियां 15 एकड़ में तब्दील
नगर से जुड़े सोनपुरी, छुईहा, कोकडी, परसाभदेर में अवैध कॉलोनियों की बाढ़ बढ़ती जा रही है। शासन के बगैर अनुमति कृषि भूमि को कम दाम पर खरीदीकर प्लाट काट रहे हैं। एक ही जमीन को टुकड़ों में दर्जनभर से अधिक लोगों को बेच रहे हैं। शहर की कई कॉलोनियों में लेआउट में पास कराए गए नक्शे के बाद कॉलोनाइजर अपनी कॉलोनी से लगी जमीनों को खरीदकर कॉलोनी का विस्तार करते जा रहे हैं। किसानों से सीधे खरीदकर विक्रेताओं के नाम रजिस्ट्री करा रहे हैं। नतीजा 5 एकड़ की कॉलोनियां 10 तो 10 एकड़ की कॉलोनियां 15 एकड़ में तब्दील हो चुकी है।
छोटा प्लॉट खरीदकर कुछ सरकारी जमीन हड़पी
नगर पालिका के ही एक कर्मचारी ने बताया कि इन मामलों में सभी कॉलोनाइजरों ने एक सा तरीका अपनाया है। उन्होंने पहले एक-दो एकड़ जमीन खरीदी, फिर आसपास के किसानों की जमीन सस्ते दाम पर खरीदी। कुछ ने तो इसके अलावा अपनी जमीन से लगी सरकारी जमीन को भी मिला लिया। गैस गोदाम रोड पर बनी कॉलोनियां इसका उदाहरण है।
मूलभूत सुविधाओं का बोझ नगर पालिका पर
बलौदाबाजार नगर पालिका के भवन शाखा में सिर्फ 5 वैध कॉलोनियों की सूची है। अवैध कॉलोनी व अविकसित क्षेत्रों की जानकारी उनके पास नहीं है यानी पालिका के अनुसार नगर क्षेत्र में आने वाली 5 कॉलोनियों के अतिरिक्त सभी कॉलोनियां अवैध हैं। शहर के बिल्डर और डेवलपर उपभोक्ताओं को अच्छी कॉलोनी बताकर जमीन बेचते गए तो लोग सस्ती जमीन मिलने के कारण बिना कुछ सोचे समझे ही प्लाट खरीदते गए। बेहतर सडक़, पानी निकासी के लिए ड्रेनेज और रात में सडक़ पर रोशनी के लिए स्ट्रीट लाइट की सुविधा दिए बिना ही ये कॉलोनाइजर प्लाट काटकर चलते बने। अब इन अवैध कॉलोनियों में बसे लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं नगर पालिका को देनी पड़ रही है।
जल्द कार्रवाई की जाएगी- सहायक संचालक
इस मामले में नगर निवेश विभाग बलौदाबाजार के सहायक संचालक बीएल बांधे ने कहा कि अवैध विकास निर्माण को लेकर जिले के 220 कॉलोनाइजरों को नोटिस दिया है। नोटिस के बाद 11 लोगों पर कार्रवाई की गई है। जिस भी कॉलोनियों में कॉलोनी एक्ट का पालन नहीं किया गया है, उन पर भी कार्रवाई के लिए जल्द अभियान चलाया जाएगा।