नयी दिल्ली, 11 अप्रैल गृह मंत्रालय ने अगले साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए नामांकन और अनुशंसाओं की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और सिफारिशें देने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2025 है और इन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर ऑनलाइन प्राप्त किया जाएगा।
पद्म पुरस्कार - पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री - देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।
ये सम्मान ‘विशिष्ट कार्य’ को मान्यता देते हैं और कला, साहित्य व शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामलों, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों और विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों और सेवा के लिए दिए जाते हैं।
जाति, व्यवसाय, पद या लैंगिक भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर, किसी सार्वजनिक उपक्रम के साथ काम करने वाले सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।
बयान में कहा गया कि सरकार पद्म पुरस्कारों को ‘लोगों के पद्म’ में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें कहा गया कि इसलिए, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकन और सिफारिशें करें।
वक्तव्य के अनुसार महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसचित जाति और अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग व्यक्तियों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में मान्यता के योग्य हैं और जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार 2014 से कई ‘गुमनाम नायकों’ को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित कर रही है, जो विभिन्न तरीकों से समाज में योगदान दे रहे हैं।