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(तस्वीर सूत्र द्वारा)
दोनों जिलों ने मिलकर किया नाकाम
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 17 जून। राजनांदगांव-कवर्धा बार्डर में आखिरकार टिड्डियों ने हमला बोलकर किसानों के फसल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। लंबे समय से दोनों जिलों के सरहद पर टिड्डियों के हमले की आशंका के मद्देनजर वन और कृषि अमला संयुक्त रूप से नजर रखे हुए थे। बताया गया है कि राजनांदगांव के साल्हेवारा से निकलकर कवर्धा के खारा गांव में लाखों टिड्डियों ने हमला कर दिया। टिड्डियों केे हमले की आशंका को देखते हुए गांवों में मुनादी करा दी गई थी। वहीं रात को ग्रामीणों और वन विभाग ने टिड्डियों को खदेडऩे के लिए रतजगा किया। बताया जा रहा है कि मंगलवार रात तक टिड्डियां साल्हेवारा और खारा के आसपास पहुंच गई। सुबह होते ही टिड्डियों को मारने के लिए खास अभियान चलाया गया। कीटनाशक दवाईयों के छिड़काव के जरिये हजारों टिड्डियों को मार दिया गया है। बताया जा रहा है कि टिड्डियों ने किसानों की फसलों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचाया है। ऐसा इसलिए संभव हुआ, क्योंकि प्रशासन लगातार टिड्डियों की गतिविधियों को रोकने की दिशा में हाईअलर्ट था।
इस संबंध में कवर्धा डीएफओ दिलराज प्रभाकर ने 'छत्तीसगढ़' से चर्चा में कहा कि टिड्डियों को मारने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। कृषि महकमे के साथ संयुक्त रूप से अभियान चलाया जा रहा है।
उधर राजनांदगांव कृषि उप संचालक जीएस ध्रुव ने भी बताया कि खारा क्षेत्र में साझा कोशिशों के साथ टिड्डियों को रोका जा रहा है। हालांकि अभी तक बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। इस बीच टिड्डियों का यह दल बालाघाट के किरनापुर के रास्ते साल्हेवारा सीमा पर पहुंचा। इसके बाद कवर्धा जिले के खारा में टिड्डियों ने डेरा जमा लिया। टिड्डियों को दूर भगाने के साथ-साथ उनके सफाये के लिए जंगल के भीतर बड़े वाहन से स्प्रे किया जा रहा है।