ताजा खबर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 जुलाई। सिम्स में पदस्थ डेमोंस्ट्रेटर डॉक्टर संजय बंजारे और उनकी पत्नी पल्लवी मिश्रा बंजारे पर रायगढ़ में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। रायगढ़ पुलिस ने इस मामले में आरोपी डॉक्टर को बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
रायगढ़ के कोतवाली थाना क्षेत्र के रेलवे बंगालीपारा निवासी चंदन सिंह ने एफआईआर दर्ज करवाई थी कि साल 2024 में उनकी मुलाकात डॉक्टर संजय बंजारे और उनकी पत्नी से हुई थी। दोनों ने उन्हें रायपुर के धारसींवा स्थित मठपुरैना में खसरा नंबर 202/337, कुल 1250 वर्गफुट की ज़मीन और उस पर बने 850 वर्गफुट के मकान को बेचने की डील की थी। जमीन की कुल कीमत 47 लाख तय हुई थी, जिसमें से चंदन ने 15 लाख 50 हजार रुपये नकद, ऑनलाइन और चेक के जरिए दे दिए।
चंदन को बताया गया था कि 4 महीने के भीतर रजिस्ट्री हो जाएगी, लेकिन काफी वक्त बीत जाने के बाद भी न तो रजिस्ट्री हुई और न ही कोई जवाब मिला। इसी दौरान चंदन को पता चला कि वही जमीन तीन और लोगों को भी बेची जा चुकी है।
जब चंदन ने बंजारे दंपति से पैसे वापस मांगे, तो उन्होंने उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। मजबूर होकर चंदन ने रायगढ़ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि 27 अप्रैल 2025 को जब चंदन ने दोबारा पैसे मांगे, तो डॉ. संजय ने उन्हें बिलासपुर के दयालबंद में बुलाकर 15 लाख रुपये का आईसीआईसीआई बैंक का चेक दिया। लेकिन जब चंदन ने यह चेक 3 मई को बैंक में जमा किया, तो वह बाउंस हो गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने डॉ. संजय बंजारे और उनकी पत्नी के खिलाफ बीएनएस की धारा 3(5), 318(4) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। अब डॉक्टर संजय को गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया है। उनकी पत्नी की भूमिका की भी जांच चल रही है।