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अचानकमार से लेकर अमरकंटक तक बनेगा नया टूरिस्ट सर्किट
03-Jul-2025 11:43 AM
अचानकमार से लेकर अमरकंटक तक बनेगा नया टूरिस्ट सर्किट

केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू का प्रस्ताव, एक माह के भीतर बनेगा डीपीआर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 3 जुलाई। केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा है कि बिलासपुर जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने की काफी संभावनाएं हैं, लेकिन अब तक इस दिशा में ज्यादा काम नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर, रतनपुर, खूंटाघाट, खुड़िया जलाशय, अचानकमार टाइगर रिजर्व और अमरकंटक को मिलाकर एक पर्यटन सर्किट तैयार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि एनटीपीसी, एसईसीएल, अडानी फाउंडेशन और अन्य बड़ी कंपनियों की मदद से इन जगहों का उच्च स्तरीय विकास किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन निजी कंसल्टेंट की मदद से डीपीआर (विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करवा रहा है।

यह बातें साहू ने बुधवार को मंथन सभागार में हुई बैठक में कही। मंत्री साहू ने कहा कि बिलासपुर छत्तीसगढ़ के बीचों-बीच स्थित है। यहां से बड़ी संख्या में लोग रोज गुजरते हैं। ऐसे में अगर सही सुविधाएं मिलें तो लोग कुछ समय यहां रुककर घूमना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास अच्छी जगहें हैं, लेकिन प्रचार और जरूरी सुविधाओं की कमी के कारण लोग इसके बारे में नहीं जानते।

साहू ने कंपनियों से इस योजना में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने बताया कि जैसे ही डीपीआर तैयार हो जाएगा, कुछ साइट्स के विकास की जिम्मेदारी कंपनियों को सौंपी जाएगी। इस पर कंपनियों ने सहमति भी जताई है। उन्होंने कहा कि इस योजना में केंद्र सरकार की ‘प्रसाद योजना’ का लाभ भी लिया जाएगा।

कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि एक महीने के भीतर डीपीआर बनकर तैयार हो जाएगी। इसके बाद फिर से बैठक लेकर कार्य का आवंटन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के रुकने के लिए दो-तीन दिन की व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने जानकारी दी कि अचानकमार टाइगर रिजर्व लगभग एक हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है, जिसमें खुड़िया, केंवची और शिवतराई से प्रवेश होता है। अब लोग साल में दो-तीन बार घूमने निकलते हैं, अगर उन्हें यहां अच्छी ठहरने और खाने-पीने की सुविधा मिलेगी, तो जरूर आएंगे।

साहू ने सुझाव दिया कि जिले के बैगा बहुल क्षेत्रों में होम स्टे योजना शुरू की जा सकती है। ट्री विलेज और ट्राइबल संस्कृति पर आधारित पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है। इससे न सिर्फ स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

बैठक में विधायक धर्मजीत सिंह, सुशांत शुक्ला, दिलीप लहरिया, अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी मौजूद थे।


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