श्योपुर, 17 मार्च। मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में मादा चीता 'गामिनी' और उसके चार शावकों को सोमवार को जंगल में छोड़ा गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि गामिनी और उसके चार शावकों को जंगल में छोड़े जाने के बाद केएनपी में खुले में विचरण करने वाले चीतों की संख्या बढ़कर 17 हो गयी है, जबकि नौ चीते बाड़ों में हैं।
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तम कुमार शर्मा ने एक बयान में बताया कि दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता 'गामिनी' और उसके चार शावकों (दो नर और दो मादा, उम्र 12 महीने) को श्योपुर जिले के खजुरी वन क्षेत्र में सफलतापूर्वक छोड़ा गया है और सभी चीते स्वस्थ हैं।
पर्यटन क्षेत्र में चीतों को छोड़े जाने के बाद अब आगंतुकों को सफारी के दौरान चीतों को देखने का अवसर मिल सकता है।
यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा कि सफारी के दौरान पर्यटकों को चीतों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का अवसर मिलेगा जिससे पर्यटकों की संख्या में निश्चित ही वृद्धि होगी। मध्यप्रदेश सरकार वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए संकल्पित है।’’
अधिकारियों के अनुसार, गामिनी ने 10 मार्च 2024 को छह शावकों को जन्म दिया था, लेकिन बाद में दो शावकों की मौत हो गई थी।
इससे पहले, 21 फरवरी को चीता 'ज्वाला' और उसके चार शावकों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में छोड़ा गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़कर चीता पुनर्वास परियोजना की शुरुआत की थी। (भाषा)