सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 4 जुलाई। सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज विकासखंड ओडग़ी क्षेत्र अंतर्गत दूरस्थ वनांचल ग्राम पंचायत छतौली के आश्रित ग्राम बड़वारीपारा में गुरुवार को पहुंचे, जहां पंडो जनजाति परिवार की समस्याओं को गंभीरता से सुना और मौके पर उपस्थित अधिकारियों को त्वरित समाधान के लिए कड़े निर्देश दिए।
इस क्षेत्र में रहने वाले 35-40 पंडो जनजाति परिवार मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित हैं। यहां पानी, बिजली,स्कूल व आंगनबाड़ी भी नहीं है। जिसका मुख्य वजह रिजर्व फॉरेस्ट के आधीन होना बताया जा रहा है। जबकि केंद्र व राज्य सरकार इस समुदाय के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है।
सांसद ने ग्रामीणों की व्यथा को गम्भीरता से सुना व समझा तथा मौके पर उपस्थित शिक्षा व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तत्काल स्कूल व आंगनबाड़ी प्रारंभ करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने आगामी सोमवार से दोनों सुविधाएं शुरू करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, वन मंडलाधिकारी ने वन विभाग के भवन को स्कूल और आंगनबाड़ी संचालन के लिए उपलब्ध कराने की सहमति दी है।
सांसद ने यह भी सुनिश्चित किया कि आंगनबाड़ी के माध्यम से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दूर का सफर न करना पड़े, उन्हें यहीं पोषण आहार वितरण करना सुनिश्चित करें तथा छोटे बच्चों को प्राथमिक शिक्षा भी गांव में ही मुहैय्या कराई जाए ताकि इन्हें शिक्षा के लिए दूर का सफर तय न करना पड़े।
इस मुहल्ले में एक भी हैंडपंप नहीं है,यहां के लोग नदी का पानी पीने को मजबूर हैं, यह सुन तत्काल पेयजल हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ को हैंड पम्प खनन करने को निर्देशित किया।
ग्रामीणों में जगी उम्मीद
सांसद के इस त्वरित हस्तक्षेप से बड़वारीपारा के ग्रामीणों में नई उम्मीद जगी है। पंडो जनजाति समाज के लोगों ने सांसद के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनकी समस्याओं को पहली बार इतनी गंभीरता से सुना गया है। सांसद ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि क्षेत्र में सडक़, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए वैकल्पिक योजनाओं पर तत्काल काम शुरू किया जाए।