सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुर, 14 अक्टूबर। गायत्री भूमिगत खदान में कार्यरत लगभग 300 ठेका श्रमिकों ने मंगलवार को बोनस वितरण और कार्य दिवस सुनिश्चित करने को लेकर खान प्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। यह आंदोलन संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) के नेतृत्व में किया गया।
श्रमिकों ने अपनी दो प्रमुख मांगें रखीं— दीपावली से पहले कोल इंडिया द्वारा घोषित 8.33 फीसदी बोनस राशि का वितरण। महीने में न्यूनतम 26 कार्य दिवस सुनिश्चित करना।
संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) के क्षेत्रीय सचिव ने कहा कि स्थानीय प्रबंधन और ठेकेदार की ओर से अभी तक बोनस वितरण की कोई स्पष्ट तैयारी नहीं दिखाई दे रही है। उनका कहना था कि पिछले वर्ष की तरह इस बार भी भुगतान में विलंब की आशंका बनी हुई है।
संघ के नेता कामरेड पंकज गर्ग ने आरोप लगाया कि खदान में आवश्यकता से अधिक श्रमिकों को बाहर से काम पर रखा जा रहा है, जिसके कारण पहले से कार्यरत श्रमिकों को केवल 10-15 दिन ही काम मिल पा रहा है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव करेंगे।
आंदोलन को कामरेड वी.सी. जैन और अन्य ठेका श्रमिकों ने भी संबोधित किया।


