राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 दिसंबर। राज्य शासन द्वारा सुशासन को सुदृढ़ करने एवं जनसामान्य को शासन की योजनाओं से सीधे जोडऩे के उद्देश्य से जिले में ’प्रशासन गांव की ओर’ अंतर्गत जिला स्तरीय शिविरों का आयोजन किया गया।
इसी क्रम में मंगलवार को जिला स्तरीय शिविर की समीक्षा बैठक सेवानिवृत्त आईएएस जीआर चुरेंद्र द्वारा की गई। उन्होंने विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, नवाचार एवं जनसहभागिता पर जिला स्तरीय अधिकारियों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस अवसर पर मोहला-मानपुर-अं. चौकी कलेक्टर तुलिका प्रजापति, पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह, जिला पंचायत सीईओ भारती चंद्राकर, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, डिप्टी कलेक्टर डीआर धु्रव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
सेवानिवृत्त आईएएस जीआर चुरेंद्र ने कहा कि ’प्रशासन गांव की ओर’अभियान के माध्यम से प्रशासन की पहुंच सीधे गांवों तक हो रही है। जिससे जनसामान्य में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है और लोग विभिन्न योजनाओं का लाभ सहजता से प्राप्त कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि योजनाओं के संचालन में प्रशासनिक अमले के साथ-साथ जनसामान्य एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता आवश्यक है। जनसहभागिता से बेहतर सहयोग प्राप्त होगा और योजनाओं के क्रियान्वयन में अपेक्षित प्रगति आएगी।
उन्होंने जिला पंचायत द्वारा ‘मोर गांव-मोर पानी’ अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि जिला, विकासखंड एवं ग्राम स्तर पर समन्वित कार्ययोजना बनाकर शासकीय भवनों, विद्यालयों एवं आवासों में जनजागरूकता एवं श्रमदान के माध्यम से सोख्ता गड्ढों का निर्माण कराया जाए। इससे भू-जल स्तर में निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।


