राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अगस्त। भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना लाईवस्टाक हेल्थ एण्ड डीजीज कंट्रोल प्रोग्राम अंतर्गत पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले में एफएमडी (खुरहा चपका रोग) रोग से गौवंशीय एवं भैसवंशीय पशुओं को बचाने के लिए 15 अगस्त से 30 सितम्बर तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. अनूप चटर्जी ने बताया कि एफएमडी (खुरहा चपका रोग) रोग के कारण पशुओं के मुंह में छाले होना, खुर में घाव होना, अत्यधिक लार निकलना, बुखार आना इत्यादि लक्षण होते है। इस रोग का बचाव टीकाकरण से संभव है।
उन्होंने बताया कि 45 दिवस चलने वाले इस विशेष टीकाकरण अभियान के लिए 169 टीकाकरण कार्यकर्ता शामिल कर कुल 76 टीकाकरण दल का गठन किया गया है, जिनके द्वारा जिले में गौवंशीय एवं भैसवंशीय पशुओं को एफएमडी रोग के प्रकोप से बचाने टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। टीकाकरण कार्य के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर मानिटरिंग के लिए कार्यालय उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं राजनांदगांव में कंट्रोल रूम एव जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। विकासखंड स्तर पर पशु चिकित्सकों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। टीकाकरण दलों को ग्रामवार कार्ययोजना अनुसार व्यापक कार्य करने निर्देशित किया गया है। टीम द्वारा पशुपालकों की ग्राम पंचायत में बैठक आयोजित कर एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से एफएमडी रोग एवं टीकाकरण से पशुधन को इस रोग से सुरक्षित रखने की जानकारी दी जा रही है।
जिले के सभी पशुपालकों एवं ग्रामवासियों को टीकाकरण दल द्वारा अपने पशुओं को एफएमडी रोग से सुरक्षित रखने टीकारकण करवाने एवं टीकाकरण दल का सहयोग करने की अपील की गई है।