राजनांदगांव

कलेक्टर ने ली साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 मई। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि जिले में कानून एवं व्यवस्था को कायम करने के लिए सभी एसडीएम सजग रहें। उन्होंने कहा कि 8 से 22 मई तक 15 दिवस समर कैम्प का समापन हो गया है। इसके सफल आयोजन के लिए उन्होंने शिक्षा विभाग और सभी अधिकारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंर्तगत गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए विशेष कार्य करने की जरूरत है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, सरपंच, सचिव एवं जनसहभागिता से गंभीर कुपोषण को दूर करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने सभी एसडीएम को प्रतिदिन इसके लिए समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के वजन पर ध्यान देते कार्य करें तथा उनके स्वास्थ्य की मानिटरिंग करें। आवश्यक होने पर उन्हें पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती करें। सुपोषण किट का वितरण बच्चों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, इसका वितरण जारी रखें। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कराया गया था। ऐसे दिव्यांगजन जिन्हें स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ईलाज की जरूरत है, उन्हें ट्रैक करें। दिव्यांगजनों रायपुर रिफर किया जाएगा और उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए हरसंभव मदद की जाएगी। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को स्वास्थ्य संस्थाओं का विशेष तौर पर निरीक्षण करने कहा। उन्होंने कहा कि प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनुपस्थित होने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उक्त दिशा-निर्देश कलेक्टर श्री सिंह ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में दिए।
कलेक्टर सिंह ने गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते पक्षियों के लिए पानी व सकोरा तथा घोसला की व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पीपीईएस में सभी अधिकारी-कर्मचारियों की डाटा प्रविष्टि शत-प्रतिशत एवं त्रुटि रहित करने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। मतदान केन्द्रों में दिव्यांगजनों के लिए रैम्प की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके साथ ही पेयजल, फर्नीचर, विद्युत, शौचालय सहित अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को अतिक्रमण हटाने निर्देशित किया। उन्होंने बेरोजगारी भत्ता के प्राप्त आवेदन तथा काउंसलिंग के संबंध में जानकारी ली।
जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के लिए लक्ष्य केन्द्रित दृष्टिकोण की जरूरत है। गंभीर कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराते हुए यह देखने की जरूरत है कि कितने बच्चे सुपोषण की श्रेणी में आ गए है। इसके अनुरूप कार्य योजना बनाना होगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में डाटा एण्ट्री का कार्य शत-प्रतिशत हो गया है। दावा आपत्ति की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत आधार सीडिंग का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए जनपद सीईओ और बैंक को समन्वय करना होगा। इस अवसर पर एसडीएम राजनांदगांव अरूण वर्मा, संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।