राजनांदगांव

बंटवारे में खैरागढ़ और मोहला-मानपुर को मिलेंगे 20-20 फीसदी पुलिस बल
08-May-2022 4:00 PM
बंटवारे में खैरागढ़ और मोहला-मानपुर को मिलेंगे 20-20 फीसदी पुलिस बल

नांदगांव पुलिस महकमा का हिस्सेदारी का खाका तैयार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 मई।
राजनांदगांव जिले से पृथक  होकर नए जिले के रूप में अस्तित्व में आने से पूर्व खैरागढ़ और मोहला-मानपुर को पुलिस महकमे से 20-20 फीसदी बल विभाजन के बाद मिलेगा। नांदगांव पुलिस महकमे ने हिस्सेदारी को लेकर एक खाका भी तैयार कर लिया है। दोनों जिले में पुलिस अमले की तैनाती को लेकर कानून व्यवस्था और आपराधिक रिकार्ड के आधार पर बल दिया जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि अगले एक से ड़ेढ माह के भीतर मोहला-मानपुर और खैरागढ़ राज्य प्रशासनिक मानचित्र में जिले के तौर पर दर्ज होंगे। दोनों जिले में सरकार ने ओएसडी की तैनाती कर दी है। नक्सल प्रभावित होने के कारण दोनों जिलों में बल देने के लिए अलग-अलग मापदंड तय किया गया है। आपराधिक घटनाओं की तुलनात्मक स्थिति राजनांदगांव जिले से काफी कम है। दोनों जिलों में औसतन 17-17 फीसदी ही आपराधिक घटनाएं होती है। वहीं राजनांदगांव शहर को मिलाकर अन्य हिस्सों में आपराधिक घटनाएं 60 प्रतिशत से अधिक दर्ज है। ऐसी स्थिति में नांदगांव पुलिस महकमे ने 2200 जवानों को अलग-अलग तरीके से विभाजित करने की तैयारी कर ली है। यह तय है कि उक्त जवानों की संख्या में से दोनों जिलों को लगभग 900-900 जवान तैनाती के लिए पदस्थ किए जाएंगे।

खैरागढ़ और मोहला-मानपुर में नक्सली उपद्रव भी चरम पर है। दोनों ही जिले नक्सली समस्या से जूझ रहे हैं। दक्षिणी और उत्तरी इलाके दोनों जिले के भू-भाग हैं। मोहला-मानपुर जिला पूरी तरह से नक्सलग्रस्त है। वहीं खैरागढ़ का पठारी इलाका नक्सलियों के चंगुल में घिरा हुआ है। यही कारण है कि दोनों जिलों को प्रस्तावित तैनाती बल नक्सल समस्या से जूझने के साथ आपराधिक घटनाओं से निपटने के मद्देनजर दिया जाएगा।

मिली जानकारी के मुताबिक 30 जून के बाद किसी भी दिन दोनों नए जिले के रूप में अस्तित्व में आ जाएंगे। खैरागढ़ और मोहला-मानपुर के जिले के तौर पर अस्तित्व में आते ही मौजूदा ओएसडी बतौर कलेक्टर और एसपी जिम्मेदारी सम्हालेंगे।

नांदगांव पुलिस में पुनर्गठन के आसार
खैरागढ़ और मोहला-मानपुर के राजनांदगांव जिले से पृथक होते ही पुलिस महकमे में अनुभाग और थानों के पुनर्गठन के आसार बढ़ गए हैं। दोनों जिले के अलग-अलग होते ही राजनंादगांव जिले में गिनती के थाने रह जाएंगे। वहीं अनुविभागीय रेंज की संख्या भी सिमट जाएगी। दोनों जिले के कई थाने और कुछ अनुभाग नांदगांव से अलग हो जाएंगे। वर्तमान में राजनांदगांव जिले में थाना, चौकी और बेस कैम्प की संख्या करीब 41 है। वहीं आधा दर्जन पुलिस अनुभाग भी हैं। नए जिले के चलते सिर्फ डोंगरगढ़ और राजनांदगांव पुलिस अनुभाग ही शेष रह जाएंगे। वहीं   दर्जनभर थानों में कोतवाली, बसंतपुर, सोमनी , लालबाग, गैंदाटोला, डोंगरगांव, चिल्हाटी, छुरिया,  बोरतलाव, डोंगरगढ़, घुमका एवं बाघनदी थाना शामिल हैं। इसी तरह आधा दर्जन पुलिस चौकी भी जिले के हिस्से आएंगे। जिसमें चिखली चौकी, मोहारा चौकी, तुमड़ीबोड़ चौकी, जोब चौकी, सुरगी चौकी एवं चिचोला चौकी शामिल है। चर्चा है कि डोंगरगांव को  नया अनुभाग का दर्जा मिल सकता है। मौजूदा प्रशासनिक नक्शे में अंबागढ़ चौकी अनुभाग में डोंगरगांव शामिल है। वहीं मुढिय़ा मोहारा, चिखली और सुरगी को थाना का दर्जा दिए जाने की अटकले लग रही है।
 


अन्य पोस्ट