राजनांदगांव
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सांसद पर चुप्पी साधने पर उठाए सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 मई। छत्तीसगढ़ समेत देशभर के अलग-अलग रूटों के ट्रेनों को रद्द करने के रेल्वे बोर्ड के निर्णय के विरोध में रविवार को एनएसयूआई के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के बीच स्थानीय सांसद कार्यालय में सामने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका।
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अमर झा के नेतृत्व में स्थानीय सिविल लाईन स्थित सांसद संतोष पांडे के निवास-सह कार्यालय के सामने एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि केंद्र के इस फैसले से व्यापारिक जगत को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। आयात-निर्यात नहीं होने से व्यापारियों को घाटे का सामना करना पड़ रहा है।
एनएसयूआई का आरोप है कि कोयला ढ़ुलाई के लिए देशभर में ट्रेनों की आवाजाही को एक तरह से साजिश के चलते ठप कर दिया गया। ऐसे समय में जब लोगों को जरूरी सफर में निकलना है उसी दौरान केंद्र के इशारे पर रेल्वे बोर्ड में छत्तीसगढ़ राज्य से होकर गुजरने वाली 30 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। एक्सप्रेस ट्रेनों में लंबे सफर की तैयारी में पहुंचे यात्रियों को ट्रेन रद्द होने की जानकारी दी जा रही है। साथ ही आरक्षण करा चुके यात्रियों को बिना अवरोध सफर करने से दूर कर दिया गया है। इस बीच पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच पुतला जलाने के दौरान मामूली झड़प भी हुई। सांसद कार्यालय के सामने कोतवाली निरीक्षक अलेक्जेंडर किरो मोर्चा सम्हाले हुए थे, लेकिन पुलिस को चकमा देकर कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंक दिया। वहीं कार्यकर्ताओं ने सांसद संतोष पांडे पर ट्रेन रद्द करने के मामले में चुप्पी साधने को लेकर सवाल उठाए।