रायपुर
रायपुर, 14 अक्टूबर। सोसाइटी ऑफ इंडिया के तत्वाधान में यूरोलॉजी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को यूरोलॉजी से संबंधित बीमारियों के खतरे से बचाव और जागरूक करना है, ताकि यूरोलॉजिस्ट से ही उचित परामर्श लेकर जांच व उपचार से बीमारी से बचा जा सके।
सोसायटी के विशेषज्ञ डौक्टरों ने बताया कि 13 अक्टूबर को यूरोलॉजी जागरुकता दिवस के माध्यम से आमजनों को मूत्र संबंधी रोगों के बारे में समझाने और जागरूक करने के लिए मूत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा महती भूमिका निभाई जाती है। इस क्षेत्र में पेशेवरों के रूप में, हमारी जिम्मेदारी है कि हम जनता को विभिन्न मूत्र संबंधी विकारों के बारे में सूचित करें। जिनमें मूत्र पथ के संक्रमण जैसे सामान्य मुद्दों से लेकर प्रोस्टेट कैंसर या गुर्दे की पथरी जैसी अधिक जटिल स्थितियां शामिल हैं।
यूरोलॉजिस्ट या यूरोसर्जन नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी पूर्व में एमसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर होते हैं। इसके लिए एमसीएच यूरोलॉजी या डीएनबी यूरोलॉजी की डिग्री अनिवार्य है। यूरोलॉजिस्ट यूरोसर्जन महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के गुर्दा,यूरेटर, पेशाब की थैली या मसाना,पेशाब के रास्ते, एड्रिनल ग्रंथि एवं पुरुषों के प्रजनन तंत्र के अंगों जैसे प्रोस्टेट, अंडकोष, लिंग अंगों की बीमारियों का इलाज ऑपरेशन करते हैं।


