रायपुर

रायपुर, 3 मई। सुयश अस्पताल रायपुर में दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय जटिल एंडोस्कोपी (थर्ड स्पेस ) कार्यशाला का आयोजित की गई । इसमें पेट आंत लिवर और पैंक्रियास ग्रंथि के रोगो के जटिल इलाज एंडोस्कोपी के माध्यम से किया जायेगा। इस कार्यशाला का नेतृत्व सुयश अस्पताल के गैस्ट्रोइंट्रोनोलोजी विभाग के निर्देशक डॉ मनोज लाहोटी और मुख्य सलहाकार गैस्ट्रोएंट्रोनोलॉजी डॉ अमित जोशी ने किया है। कार्यशाला में डॉ राधिका चव्हाण (पुणे) डॉ अमिताभ नायक (इंग्लैंड, यू. के.) डॉ प्रकाश दलाई (भुबनेश्वर, ओडि़शा) शामिल हुए।
इस कार्यशाला में जटिल रोगो का एंडोस्कोपी उपचार पर चर्चा और उपचार किया जाएगा। जैसे एक्लेसिया कार्डिया से पीडि़त मरीजों का इलाज किया गया। ये सभी मरीज खाना निगल पाने में असमर्थ थे।
पैंक्रियास ग्रंथि में पानी का थैला स्यूडोसिस्ट को मेटालिक स्टंट द्वारा एंडोस्कोपी प्लेसमेंट आहार नाली व अमाशय के फूली हुई नशों में इंजेक्शन ग्लू और काइल जैसी नविन तकनीकों का उपयोग किया गया। ह्रदय एवं स्वास नाली के समीप गांठ से नमूना निकल कर विश्वस्तरीय जांच को संपन्न किया गया। सुयश में अब विश्वस्तरीय इंडोस्कोपिक माध्यम से जटिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगो का सफल इलाज हो पाएगा।