रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 अक्टूबर। राज्यपाल रमेन डेका ने आज नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन किया। इस मौके पर राज्यपाल ने महापुरुषों के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके आदर्शों को स्मरण किया।
राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि हमें उनके आदर्शों को अपने व्यवहार और आचरण में उतारने की जरूरत है। इस मौके पर आवासीय आयुक्त श्रीमती श्रुति सिंह व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। इधर राजभवन के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में महात्मा गांधी व श्री शास्त्री के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही स्वच्छ भारत अभियान के तहत राजभवन परिसर में झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया गया।
इस कार्यक्रम में सचिव यशवंत कुमार, विधिक सलाहकार भीष्म प्रसाद पांडेय, संयुक्त-सचिव श्रीमती हिना अनिमेष नेताम सहित राजभवन के अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी निवास कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री शास्त्री के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्ग अपनाकर पूरे विश्व के सामने मिसाल कायम की। और शास्त्री जी की सादगी , विचार और जीवन मूल्य सदा लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।
छत्तीसगढ़ संघर्ष परिषद के केन्द्रीय कार्यालय शुक्ल भवन, बूढ़ापारा में भी दोनों महापुरुषों को पुष्पांजलि अर्पित कर मनाई गई। भवन के गांधी चबूतरे में दोनों महापुरुषों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अमर रहे एवम् भारत माता की जय घोष किया. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, गांधी विचारक रमेशचंद्र शुक्ल, महामंत्री रामअवतार देवांगन, प्रवक्ता नितिन कुमार झा, डॉ. उदयभान सिंह चौहान, अधिवक्ता मनोज ठाकुर, अधिवक्ता संजय मिश्रा, आभा मुदलियार, विकास गुप्ता, राजू सोनी, डॉ. अजय शर्मा, रवि शर्मा आदि उपस्थित रहे।
गांधी भवन जैतु साव मठ पुरानी बस्ती रायपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। शुभारंभ गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप जलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास महाराज, सचिव महेंद्र अग्रवाल प्रोफेसर किशोर अग्रवाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन अजय तिवारी ने की, इस अवसर पर विशेष रूप से सुरेश शुक्ला, बसंत शर्मा, प्रोफेसर उज्जवल ठाकुर, धनेंद्र मुंशी, दीपक पाठक, निर्मल दास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
शांति के मार्ग पर चलकर बड़े से बड़े आंदोलनों को जीता-महंत
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भी अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि राष्ट्रपिता ने अपने अथक प्रयासों के बल पर अंग्रेजों से भारत को आजाद कराया, यही नहीं इस महापुरुष ने अपना पूरा जीवन राष्ट्रहित में लगा दिया। शांति के मार्ग पर चलकर बड़े से बड़े आंदोलनों में आसानी से जीत हासिल की बल्कि बाकी लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत भी बने। डॉ. महंत ने कहा कि, लाल बहादुर शास्त्री को न सिर्फ एक सच्चे देशभक्त और महान स्वतंत्रता सेनानी के रुप में जाना जाता हैए बल्कि उनकी छवि एक दूरदर्शी, ईमानदार और निष्ठावान राजनेता के रुप में है। जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान देश को कई संकटों से उबारा एवं देश की उन्नति एवं विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। शास्त्री जी ने दुग्ध उत्पादन की बढ़ोतरी के लिए श्वेत क्रांति को भी बढ़ावा दिया था।