रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 अप्रैल। सोमवार को रसोईया महासंघ ने नवा रायपुर के तूता धरना स्थल पर दो दिवसीय आंदोलन तय किया था। लेकिन पुलिस अमले ने रसोईया संघ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती नीलू ओगरे को उनके निवास से बाल खींचते हुए मारपीट कर थाने लाया गया। और पूरे दोपहर शाम तक अलग-अलग थाने में बिठा कर परेशान किया जा रहा है। छत्तीसगढ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले ने सरकार से मांग की हैं कि श्रीमती नीलू ओगरे को नि:शर्त रिहा किया जाए अगर शाम तक रिहाई नहीं की जाती तो 5 बजे के बाद मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा।
इस घटना के कर्मचारी नेताओं ने निंदा करते हुए तत्काल रिहा करने की मांग की। फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि यह अत्यंत ही निदंनीय है। लोकतंत्र में इस तरह की कार्रवाई अनुचित है। मुलचंद वर्मा ने कहा एक महिला के साथ ऐसा करना निंदनीय है। सागर कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्या हो रहा है। अपना हक मांगने पर मारा पीटा जा रहा है। कल बेरोगारों पर डंडा चलाया, कभी पंडाल उखाड़ दिया जाता है।
रात मिली जानकारी के अनुसार
ओगरे को पुलिस महासमुन्द लेकर गई और अब से कुछ देर पहले वापस लाकर सड़क पर फेंक कर चली गई । इसके थोड़ी ही देर बाद फिर उठा कर ले गए । उसके बाद से अभी तक कुछ पता नहीं चल रहा।


