रायपुर
जीजा- साले की जुगलबंदी, तीन गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अप्रैल। राजधानी में जुआ सट्टो पर कडाई से रोक लगाने के मुख्यमंत्री के कडे निर्देशों के बावजुद शहर के कई इलाको में खुलेआम बैखौफ धडल्ले से सट्टापट्टी लिखी जा रही है। साथ ही पंडरी बस स्टैंड के पास स्थित जूते-चप्पल और बैग की दुकानों के बीच एक खाली दुकान में देर रात तक रकम का कलेक्शन होता है। यहां खाईवाल के लडक़े या मुनाफा कमाने वाले रोज सुबह से आने लगते हैं।
खम्हारडीह इलाके में ब्रिज के नीचे सुबह से ही तंबू लगाकर सट्टा लिखा जाता है। थाना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। मौके पर मिली परिस्थितियों के नजरिये से एक बात साफ हो जाती है कि शहर के बीच पुलिस के कई उच्चाधिकारियों के निवास होने के बावाजुद खुलेआम सट्टा लिखाना इस बात को साबित करता है कि इन शातिर खाईवालो में पुलिस का कोई खौफ बचा ही नही।पड़ताल के दौरान कैमरे के सामने आकर कोई भी स्थानीय बोलने को तैयार नही है इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन शातिर खाईवालो का इलाको में कितना खौफ है।
राजधानी के एक न्यूज चैनल पर आज दोपहर इस खबर के प्रसारित होते ही पुलिस और खाई वालों में हडक़ंप मच गया । खबर के मुताबिक सैफुल्ला नामक कोई खाईवाल शहर के खम्हारडीह और पंडरी इलाके में पुलिस की मिलीभगत से बैखौफ सरेराह खुलेआम सट्टा लिखवा रहा है।वही पंडरी थाना इलाके के साइंस सेंटर इलाके में सरेराह बकायदा एक झोपडीनुमा जुआ सट्टा घर बनाकर सट्टे का काला कारोबार संचालित हो रहा था लेकिन खम्हारडीह इलाके से शातिर खाईवाल सभी जगह अपना काम बंद कर फरार हो गये।
बताया जा रहा है कि पंडरी थाना इलाके में संचालित ये अवैध सट्टाघर समीर नामक युवक संचालित करता है जो रिश्ते में सैफुल्ला का जीजा बताया जाता है। इसी दौरान जब पुलिस के आलाधिकारियो से इस बारे में बात की गई तो उन्होने अपनी मजबूरी बताते हुए कहा कि राज्य में जुआ सट्टा के खिलाफ नया कानून आने के बाद भी कोर्ट से शातिर सटोरिये आसानी से छुट जा रहे है जिससे इनके हौसले काफी बुलंद नजर आ रहे है।फिलहाल पुलिस ने राजधानी में सट्टा घर संचालित करने वाले सैफुल्ला ईरानी समेत उसके तीन गुर्गो के साथ गिरफ्तार कर नये जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है।इस पुरे मामले में समीर नामक खाईवाल फरार बताया जा रहा है।


