रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अप्रैल। छत्तीसगढ़ रसोईया संघ ने अपनी मांगों को लेकर फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ ने 8 दिन के हड़ताल करने का ऐलान किया है, वहीं जिला प्रशासन की ओर से दो दिन की अनुमति दी गई है। 10 और 11 अप्रैल को प्रदेश की हजारों रसोईया नया रायपुर में आंदोलन करेंगी।
संघ की प्रांता अध्यक्ष नीलू ओगरे ने कहा कि, छत्तीसगढ़ के स्कूलों में 87 हजार से अधिक रसोईया भोजन बनाने का काम करतीं है। इन्हें प्रतिमाह 1500 रूपए दिया जाता है। ये राशि केवल 10 माह के लिए दी जाती है। वहीं बजट में 300 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इतनी कम राशि की बढ़ोतरी से संघ के कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। इसके अलावा इस काम में शामिल महिला समूहों को सामग्री के लिए बहुत कम राशि दी जा रही है। हम चाहते है कि, इन राशियों में बढ़ोतरी की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि, सभी रसोईया और स्व सहायता समूह के अध्यक्ष को सूचित किया गया है कि, 10 से लेकर 17 अप्रैल तक हड़ताल रखी गई है। इसकी जानकारी अपने प्रधान पाठक को देने कहा गया है। जिला प्रशासन से 2 दिन का परमिशन मिला है। हम हर दिन जाकर दो 2 दिन का परमिशन लेंगे।
इस बीच हड़ताल को टालने सरकारी प्रयास भी शुरू हो गए हैं। स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. भारतीदासन ने इन सफाई कर्मचारियों से 13 अप्रैल की शाम 4 बजे बैठक तय की है।


