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नई दिल्ली, 5 मई । केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को कहा कि भारत की मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन (एमआईसीई) इंडस्ट्री देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी और साथ ही उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां पैदा करेगी। जयपुर में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि एमआईसीई इंडस्ट्री तेजी से वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रही है। इस इंडस्ट्री को मजबूत आर्थिक विकास, वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकार से समर्थन से बढ़ावा मिल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने सभा को बताया, "राज्य अपने अनूठे तरीकों से पर्यटन के अवसरों को खोल रहे हैं और अब, भारत के लिए खुद को ग्लोबल एमआईसीई मैप पर मजबूती से स्थापित करने का समय आ गया है।"
उन्होंने कहा, "भारत मंडपम, यशोभूमि और जियो वर्ल्ड सेंटर जैसे प्रतिष्ठित स्थलों और एमआईसीई पर विशेष ध्यान देने के साथ हमारा लक्ष्य कम से कम 10 भारतीय शहरों को दुनिया के शीर्ष एमआईसीई गंतव्यों में शामिल करना है।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और राजस्थान जैसे राज्यों की विरासत और नवाचार के माध्यम से अग्रणी भूमिका के साथ, भारत दुनिया का सबसे प्रशंसित पर्यटन और आयोजन स्थल बनने के लिए तैयार है।
भारत के एमआईसीई बाजार ने 2024 में 49,402.6 मिलियन डॉलर का राजस्व अर्जित किया और 2030 तक 103,686.5 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। वाराणसी, खजुराहो और कोच्चि जैसे शहरों में एमआईसीई-रेडी डेस्टिनेशन में हाल ही में हुए विकास से यह वृद्धि हुई है। भारत ने 2014 के बाद इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से विकास किया है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर विकास 1,50,000 किलोमीटर से अधिक सड़कों के निर्माण, नए रेलवे स्टेशन, सेमी हाई-स्पीड ट्रेन, अंतर्देशीय जलमार्ग, 150 से अधिक चालू हवाई अड्डों और 2.48 मिलियन से ज्यादा होटल के कमरों के साथ देखा जा सकता है।