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नई दिल्ली, 21 मई । आरबीआई की ओर से 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने के फैसले पर शिवसेना ने सवाल उठाए हैं.
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने कहा, "पीएम ने जब पहली बार नोटबंदी की थी तब उन्होंने कहा था कि इससे भ्रष्टाचार,आतंकवाद, कालाधन, महंगाई कम होगी. इसमें से कुछ भी नहीं हुआ. लोगों का रोजगार गया, भ्रष्टाचार, कालाधन,आतंकवाद बढ़ गया."
पीएम ने ये भी कहा था, "अगर मेरा ये फैसला गलत हुआ तो आप मुझे फांसी पर लटका देना. अब दूसरी बार नोटबंदी कर रहे हैं. देश की अर्थव्यवस्था के साथ इतना घिनौना खिलवाड़ इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा."
भारतीय रिज़र्व बैंक ने शुक्रवार को 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का एलान किया था.
शुक्रवार को जारी अपने बयान में आरबीआई ने कहा है कि ये नोट वैध रहेंगे और 30 सितंबर 2023 तक इन्हें बैंकों में जमा कराया जा सकता है.
बयान में कहा गया है कि लोग 2000 के नोट अपने बैंक खाते में जमा कर सकते हैं या किसी भी बैंक की शाखा में जाकर अपने नोट बदल सकते हैं. (bbc.com/hindi)