महासमुन्द
स्वच्छ रसोई मिशन से जुड़ेंगे प्रदेश के 25 लाख परिवार-इंडियन ऑयल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12दिसंबर। उज्ज्वला योजना के तहत तृतीय चरण में देश भर के लिये 25 लाख अतिरिक्त नि:शुल्क गैस सिलेंडर एलपीजी स्वीकृत किये गये हैं। इसमें से महासमुंद जिले को 5360 एलपीजी कनेक्शन का लक्ष्य मिला है। आवेदन की संख्या बढऩे एवं पात्र होने पर लक्ष्य से भी अधिक सिलेंडर वितरण किया जाएगा। अब तक नये कनेक्शनों के लिए 3 हजार आवेदन मिले हैं। उक्त बातें कल प्रेस क्लब भवन में आहुत प्रेसवार्ता में इंडेन के राज्य समन्वयक नितिन चौहान तथा अन्य अधिकारी मनीष यादव, मंगेश डोंगर, दिलीप मीना तथा वितरक पंकज चन्द्राकर ने प्रेस कान्फ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते कही।
राज्य समन्वयक ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को स्वच्छ सुरक्षित रसोई र्इंधन उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने तृतीय चरण के लिये भी आवेदन लेना शुरू कर दी है। 2016 से अब तक 10 करोड़ कनेक्शन बांटे जा चुके हैं। बताया गया कि उज्जवला को 7 बार रिफिलिंग कराने के बाद आठवीं बार केवाईसी की आवश्यकता होती है। इसके लिये एप के माध्यम से घर बैठे भी उपभोक्ता केवाईसी करा सकेंगे। इसमें अब तक 63 प्रतिशत लोगों ने बायोमैट्रिक कराई है। अधिकारियों ने बताया कि नये कनेक्शन के लिये गरीब परिवारों की महिलाएं, जिनके परिवार में पहले से कोई एलपीजी कनेक्शन न हों, वह आवेदन कर सकती हंैंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं। आवेदक की पात्रता घोषणा पत्र के आधार पर तय की जायेगी और जिला उज्जवला समिति डीयूसी द्वारा सत्यापित की जायेगी। इसके लिये केवाईसी फ ार्म फोटो सहित निवास प्रमाण, परिवार संरचना सरा दस्तावेज, आवेदक तथा परिवार के सभी धान व्यस्क सदस्यों का आधार बैंक खाता का अव विवरण घोषणा पत्र अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि प्रवासी परिवारों के सदस्यों के द्वारा परिवार संरचना दस्तावेज हेतु स्व घोषणा पत्र स्वीकार किया जायेगा। उपभोक्ता नजदीकी एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप पर जाकर ऑनलाइन पीएमयू जीओव्ही इन अथावा नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। लाभार्थियों को नये पीएमयू कनेक्शन के साथ नि:शुल्क पैक प्राप्त होगा। जिसमें प्रतिभूति राशि रहित सिलेंडर, प्रेशर रेगुलेटर, सुरक्षा होज, डीजीसीसी होगा। इसके साथ ही नि:शुल्क गैस चूल्हा और पहला रिफिल भी ओएमसीएस द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। प्रेसवार्ता के दौरान वर्तमान में उपयोग किए जा रहे गैस सिलेंडर से अलग नये फाइबर सेबने गैस सिलेंडर भी दिखाया और बताया कि लोहे के सिलेंडर से फाइबर का सिलेंडंर काफीहद तक सुरक्षित है। इसमें से गैस खत्म होते स्पष्ट दिखता है और आग आदि लहगने पर ब्लास्ट नहीं होता। अत: इसमें जान की हानि की संभावना बिल्कुल नहीं है और ज्यादा वजनी नहीं होने के कारण महिलाएं इसे आसानी से उठाकर रसोई तक ले जा सकती हैं।
अपील की कि उपभोक्ता हमेशा गेरुए रंग का पाईप ही चूल्हे और सिलेंडर के बीच लगावें, रंगहीन अथवा नाले रंग के पाईप के कटने फटने तथा चूहे काटने की संभावना अधिक रहती है। कहा कि हर उपभोक्ता कम्पनी का ही रेगुलेटर आद खरीदें क्योंकि बाजार में बगैर सुरक्षा कई तरह के रेगुलटर बेचे जा रहे हैं जो किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं है। वर्तमान में महासमुंद गौरव गैस सर्विस में फाइबर के 35 सिलंडर आए हुए हैंं। लोहे के पुराने सिलेंडर को वापस करके नाम मात्र राशि जमाकर फाइबर का सिलेंडर लिया जा सकता है।


