महासमुन्द

समाधान शिविर का विरोध समाप्त करने बैठक बेनतीजा रहा
16-May-2025 12:00 AM
समाधान शिविर का विरोध समाप्त करने बैठक बेनतीजा रहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता  

 पिथौरा, 15 मई। बुधवार को ग्राम बार में 17 मई को आयोजित समाधान शिविर का विरोध समाप्त कर इसमें शामिल होकर समस्या समाधान करने की गई बैठक बेनतीजा रही।

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, लोक निर्माण विभाग अधिकारी, क्रेडा विभाग, वन विभाग के अधिकारियों ने समाधान शिविर में ग्रामीणों के सहयोग हेतु उन्हें मनाने ग्राम बार में सरपंच, उपसरपंच, जनपद सदस्य, जिला सदस्य एवं ग्राम मुखियाओं के साथ बैठक की गई थी। जिसमें ग्रामीणों ने बिजली, पक्की मार्ग, तेंदूपत्ता संग्रहण, सामुदायिक वन अधिकार एवं संसाधन पत्र के संबंध में अपनी मांगों को अधिकारियों के समक्ष रख इस पर चर्चा की मांग की।

समाधान शिविर का विरोध करेंगे ग्रामीण

 शीर्षक से ‘छत्तीसगढ़’में खबर प्रकाशन के बाद बुधवार को कसडोल के सभी अधिकारी ग्रामीणों को मनाने बारनवापारा पहुंचे। उक्त सम्बन्ध में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रामचरण यादव, संतोष ठाकुर एवं दिनेश ठाकुर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि पहले ग्रामीणों को सूचना दी गयी थी। अफसरों से चर्चा करने भारी संख्या में ग्रामीण पहुंचे, बैठक बार में जमीन पर ही चौपाल लगाकर चर्चा की गई। ग्रामीणों की सबसे बड़ी मांग विद्युतीकरण की थी। जिस पर अधिकारियों ने अंडर ग्राउंड बिजली सर्वे करने पश्चात अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु प्रकिया प्रारंभ करने की बात कही।

ग्रामीणों के अनुसार यह बात तो अफसर दशक भर से बोल रहे हैं। लिहाजा इस बात पर ग्रामीणों को विश्वास नहीं हुआ क्योंकि विगत कई वर्षों में विभाग सर्वे करती है और वन विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने से बिजली, पक्की सडक़ और मुलभूत कार्य विभाग द्वारा निरस्त कर दिये जाते हैं।

 बैठक में अधिकारियों ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाने के लिए 17 मई को समाधान शिविर के पहले ही एक शिविर लगाकर व्यक्तिगत पट्टा एवं जाति, निवास प्रमाण पत्र व अन्य कार्य को पूर्ण कर 21 तारीख के समाधान शिविर में वितरण करने अपनी बात रखी। परन्तु ग्रामीणों ने अधिकारियों की बातों को अनसुना कर मांग की कि शिविर के पहले बिजली, पक्की सडक़, तेंदूपत्ता संग्रहण, सामुदायिक वन अधिकार पट्टा 19 ग्रामों का मुड़पार, बार, हरदी, पाड़ादाह,गुडागढ़ ,दोंद, रवान , कौहाबाहरा , देवगांव ,गबौद, चरौदा , बडग़ांव ,ढेबी ,ढेबा, मोंहदा ,सैहाभाठा,सुरबाय, अकलतरा ,लोरिदखार का चार साल पहले से ग्रामीणों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व में जमा की गई है, वह आज तक ग्रामीणों को प्राप्त नहीं हो पाया है।

समाधान नहीं तो ग्रामीण नहीं जाएंगे शिविर में

उक्त सम्बन्ध में ग्रामीणों ने बताया कि उनकी मांगें शिविर के पहले शासन-प्रशासन द्वारा पूर्ण की जाती है तो 11 पंचायत के ग्रामीण इस समाधान शिविर को छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक तिहार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

बहरहाल, अभी ग्रामीण समाधान शिविर के विरोध में है। इस बैठक में रामचरण यादव, पुरुषोत्तम प्रधान, गोलू ठाकुर,अमर ध्वज यादव, अनिरुद्ध दीवान, भीखम ठाकुर, लक्ष्मीनारायण, सम्पत ठाकुर, खेमराज ठाकुर, कलप ठाकुर,लोकनाथ रात्रे, धरम रात्रे,भुवन यादव, संजीव ठाकुर, प्रवीण कुमार, हेमु दीवान, अंजोर सिंह, दिनेश ठाकुर,अवन टंडन, पंचराम,बेनुराम यादव, रमेश भोई, डिग्री प्रधान, सुंदर,अजय, दयानिधि, प्रखित साहू, कन्हैया, कुमार जगत, मनोज कुमार, संतोष ठाकुर के साथ क्षेत्र के सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।


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