महासमुन्द

महासमुंद, 8 अगस्त। धान का उठाव करने के बाद चावल जमा नहीं करने वाले दो राईस मिलरों पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
ज्ञात हो कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग करने के लिये जिले में संचालित राईस मिलों के द्वारा 547639 मे. टन धान का उठाव किया गया है। मिलर्स द्वारा उठाये गये धान की मिलिंग कर भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में 369143 मे. टन चावल जमा किया जाना है किन्तु जिले के मिलर्स ने आज तक 318460 मे.टन चावल ही जमा किया है। राज्य शासन द्वारा कस्टम मिलिंग के अंतर्गत चावल जमा करने के लिये 30 सितम्बर 2021 की समयावधि निर्धारित की गई है।
मेसर्स आयुष राईस मिल बसना एवं मेसर्स आस्था राईस मिल बसना की जांच की गई। इनके द्वारा कस्टम मिलिंग के लिये धान का उठाव किया गया था। किंतु इनके द्वारा पूरा चावल जमा नहीं किया गया। जिसकी जांच जिला खाद्य विभाग ने की। फ़र्म द्वारा कस्टम मिलिंग संबंधी कोई रजिस्टर जांच अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराया गया। जांच में धान की हेराफेरी पायी गयी। दोनों फ़र्मों के खिलाफ़ प्रकरण दर्ज करने की कार्रवाई की गयी है।
राईस मिलर्स द्वारा चावल जमा करने की धीमी गति के प्रति कलेक्टर डोमन सिंह ने नाराजगी व्यक्त की है तथा खाद्य विभाग को कस्टम मिलिंग के लिये धान का उठाव करने के पश्चात चावल जमा नहीं करने वाले राईस मिलों की जांच कर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिये है। कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग के द्वारा मेसर्स आयुष राईस मिल बसना एवं मेसर्स आस्था राईस मिल बसना की जांच की गई। आयुष राईस मिल बसना के द्वारा कस्टम मिलिंग के लिए 11389 क्ंिवटल धान का उठाव कर 5293 क्ंिवटल चावल जमा किया गया है एवं 2338 क्ंिवटल चावल जमा किया जाना शेष बचा है।
फर्म की जांच करने पर मिल परिसर में धान का स्टॉक 47 क्ंिवटल एवं चावल का स्टॉक निरंक पाया गया।
इस प्रकार जांच में फर्म के पास शासन का 3443 क्ंिवटल धान उपलब्ध नहीं मिला। फर्म के द्वारा कस्टम मिलिंग संबंधी कोई रजिस्टर जांच अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराया गया। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि मिल लगभग 3.4 माह से बंद है। फर्म द्वारा शासन के धान की हेराफेरी किये जाने पर मौके उपलब्ध 47 क्ंिवटल धान जप्त किया गया तथा छग कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानो का उल्लघंन संबंधी प्रकरण दर्ज की कार्रवाई की गई है ।
मेसर्स आस्था राईस मिल बसना के द्वारा कस्टम मिलिंग के लिए 17760 क्ंिवटल धान का उठाव कर 9874 क्ंिवटल चावल जमा किया गया है एवं 2025 क्ंिवटल चावल जमा किया जाना शेष है। फर्म की जांच करने पर मिल परिसर में धान का स्टॉक 720 क्ंिवटल एवं चावल का स्टॉक निरंक मिला। इस प्रकार जांच में फर्म के पास शासन का 2303 क्ंिवटल धान उपलब्ध नहीं मिला। फर्म के द्वारा कस्टम मिलिंग संबंधी कोई रजिस्टर जांच अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराया गया। फर्म के द्वारा शासन के धान की हेराफेरी किये जाने के कारण मौके पर उपलब्ध 720 क्ंिवटल धान जप्त किया गया तथा छग कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानों का उल्लघंन संबंधी प्रकरण दर्ज किया गया।
जिला खाद्य विभाग के द्वारा उक्त दोनो राईस मिलों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर कस्टम मिलिंग के लिये जमा प्रतिभूति की राशि राजसात करने एवं फर्म को कस्टम मिलिंग की काली सूची में दर्ज किये जाने संबंधी कारण बताओ नोटिस जारी करने की कार्यवाही की जा रही है। जिले में कस्टम मिलिंग का धान उठाव कर संपूर्ण चावल जमा नहीं करने वाले राईस मिलर्स की जांच निरन्तर जारी रहेगी।