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नयी दिल्ली, 28 नवंबर। सरकार ने कोयला तथा लिग्नाइट की खोज एवं अन्वेषण के लिए अधिकृत एजेंसियों की सूची का विस्तार करते हुए 18 नई संस्थाओं को इसमें शामिल करने शुक्रवार को जानकारी दी। इसके साथ ही अब ऐसी एजेंसियों की कुल संख्या 45 हो गई है।
किसी कोयला खदान के संचालन के लिए ऐसी अधिकृत एजेंसी द्वारा अन्वेषण एवं भूवैज्ञानिक रिपोर्ट तैयार करना एक पूर्वापेक्षा है। अभी तक कुल 27 संस्थाओं को अन्वेषण एजेंसियों के रूप में कार्य करने के लिए अधिकृत किया गया है।
नई अन्वेषण एजेंसियों के जुड़ने से खनन संचालकों के लिए प्रक्रिया का समय लगभग छह महीने कम होगा। उन्हें अभी किसी विशेष क्षेत्र में खनिज भंडार के बारे में ऐसी एजेंसी से रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता है।
कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा कि कोयला एवं लिग्नाइट की खोज के लिए अन्वेषण कार्यों को करने के लिए 18 एजेंसियों को जोड़ा गया है। इससे कोयला ब्लॉक आवंटियों को इन एजेंसियों को शामिल करने में अधिक मजबूती आएगी और विकल्प मिल सकेंगे।
बयान में कहा गया, ‘‘ भारतीय गुणवत्ता परिषद, राष्ट्रीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रत्यायन बोर्ड द्वारा विधिवत मान्यता प्राप्त निजी संस्थाओं को मान्यता प्राप्त अन्वेषण एजेंसियों के रूप में अधिसूचित किया गया है।’’
केंद्र का अधिकृत अन्वेषण एजेंसियों के समूह का विस्तार करने का मकसद निजी क्षेत्र के संसाधनों का उपयोग करना, अन्वेषण परिवेश में दक्षता, प्रतिस्पर्धात्मकता और प्रौद्योगिकी नवाचार को बढ़ावा देना है। (भाषा)


