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मुख्यधारा में लौटने का स्वागत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 नवंबर। दक्षिण बस्तर डिवीजन के महत्वपूर्ण माओवादी कैडरों—जिनमें दंडकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी के सदस्य तथा साउथ बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मुछाकी एरा सहित अन्य कैडर शामिल हैं, ने हिंसा का मार्ग छोडक़र समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया है। प्रशासन और सुरक्षा बलों ने इस कदम का स्वागत किया है।
हैदराबाद में आज कुल 37 माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें—तेलंगाना स्टेट कमेटी के 12 कैडर, दंडकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी के 23 सदस्य, तथा पीएलजीए बटालियन नंबर 01 के 2 कैडर शामिल हैं। यह सामूहिक निर्णय क्षेत्र में शांति स्थापना और स्थायी स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति माना जा रहा है।
सरकार ने पुन: स्पष्ट किया है कि जो भी कैडर हिंसा त्यागकर मुख्यधारा में लौटने की इच्छा व्यक्त करते हैं, उन्हें पूर्ण सुरक्षा, पुनर्वास के अवसर, और जीवन को नए सिरे से आगे बढ़ाने में हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
इस पहल को न सिर्फ शांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि इससे उन अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी जो माओवादी संगठन में फंसे होने के बावजूद एक सुरक्षित, सम्मानजनक और वैधानिक जीवन जीने की चाह रखते हैं।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पट्टलिंगम ने कहा कि सरकार, बस्तर पुलिस और स्थानीय प्रशासन की ओर से हम हिंसा छोडक़र मुख्यधारा में लौटने वाले प्रत्येक कैडर के सुरक्षित और सुगम सामाजिक पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं।


