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छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 16 नवंबर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बिलासपुर दौरा हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। समिति ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने लंबे कार्यक्रम के दौरान बिलासपुर एयरपोर्ट विस्तार, रनवे के लिए सेना से जमीन वापसी जैसे मुद्दों पर एक भी शब्द नहीं बोला, जिससे लोगों को निराशा हुई।
समिति ने बयान जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का दौरा सिर्फ औपचारिक बनकर रह गया।
हवाई सुविधा से जुड़े मामले वर्षों से लंबित हैं, लेकिन न राज्य स्तर पर ठोस निर्णय लिया जा रहा है और न ही केंद्र स्तर पर कोई प्रगति दिख रही है। समिति का कहना है कि बिलासपुरवासियों की सबसे बड़ी मांग एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की है, लेकिन इस पर कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला।
समिति ने सवाल उठाया कि जब बिलासपुर और संभाग से उप मुख्यमंत्री और केंद्र में राज्य मंत्री तक हैं, फिर भी एयरपोर्ट विस्तार का मामला क्यों अटका है? स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बातें शायद सरकार में महत्व नहीं पा रहीं, या फिर नौकरशाही हावी होकर उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है।
समिति का तर्क है कि जनप्रतिनिधि लगातार प्रयास करने का दावा करते हैं, लेकिन वर्षों गुजरने के बाद भी कोई नतीजा सामने नहीं आना इस बात का संकेत है कि कहीं न कहीं राजनीतिक इच्छाशक्ति कमजोर है या नौकरशाही टालमटोल कर रही है।
समिति का महाधरना शनिवार और रविवार को भी जारी रहा। धरने में अनिल गुलहरे, बद्री यादव, रवि बनर्जी, डॉ. प्रदीप राही, समीर अहमद, बबला देवेंद्र सिंह ठाकुर, केशव गोरख, आशुतोष शर्मा, रामशरण यादव, महेश दुबे, मनोज तिवारी, शिरीष कश्यप, संतोष पीपलवा, नारद श्रीवास, राशिद बख्श, मजहर खान, अहमद कुरैशी, हरप्रसाद केवट, परशुराम केवट, साबर अली, अखिल अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल रहे।


