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देखें VIDEO : वनमंत्री ने कर्मचारी को पीटा ?
07-Sep-2025 12:17 PM
देखें VIDEO : वनमंत्री ने कर्मचारी को पीटा ?

थाने में शिकायत, मंत्री का आरोपों से इंकार, कांग्रेस का प्रदर्शन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर/रायपुर, 7 सितंबर। जगदलपुर सर्किट हाऊस में शनिवार की रात वन मंत्री केदार कश्यप पर लकवा ग्रस्त संविदा कर्मचारी की पिटाई का आरोप लगा है। पीडि़त कर्मचारी ने न्याय की गुहार लगाई है, और मंत्री के खिलाफ कोतवाली थाने में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। 

वन मंत्री कश्यप ने घटना पर मीडिया को जारी अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हमारे देवतुल्य कार्यकर्ताओं का अपमान किसी भी स्थिति, और परिस्थिति में मेरे लिए सहनीय नहीं है। कांग्रेस मुद्दाविहीन है। केवल भ्रामक प्रचार करने का काम कांग्रेस के पास बच गया है। जिस तरह की घटना की बात कही जा रही है, ऐसा कुछ नहीं हुआ है। 

बताया गया कि घटना रात साढ़े 7 बजे की है। वन मंत्री केदार कश्यप दौरे से सर्किट हाऊस पहुंचे। वहां कमरे में गए, और कर्मचारी खितेन्द्र पांडे को बुलवाया। फिर उनके साथ गाली गलौज करते हुए पिटना शुरू कर दिया।

वन मंत्री को इस बात की नाराजगी थी कि उनके आने से पहले कमरा नहीं खोला गया था। मीडिया से चर्चा में पीडि़त कर्मचारी खितेन्द्र पांडे ने बताया कि मंत्रीजी के आने से पहले तीन कमरे खोल दिए गए थे। वो किचन में मंत्रीजी के लिए नाश्ता बना रहे थे कि उन्हें मंत्रीजी ने गनमैन भेजकर बुलवाया, और फिर गाली गलौज देते हुए पिटना शुरू कर दिया। मंत्री जी के सुरक्षाकर्मी भी वहां थे, लेकिन किसी ने उन्हें नहीं छुड़ाया। 

खितेन्द्र ने बताया कि वो करीब 20 साल से सर्किट हाऊस में बतौर कुक का काम रहे हैं। वो कुछ समय पहले लकवाग्रस्त भी थे। उनका अब भी इलाज चल रहा है। खितेन्द्र की पत्नी ने पूरे मामले पर न्याय की गुहार लगाई है, और मंत्री की कार्रवाई की मांग की गई है। इस पूरे मामले की कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की गई है। उन्होंने मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

पीडि़त कर्मचारी ने यह भी कहा कि वो पूरी निष्ठा, और ईमानदारी से काम करते रहे हैं। मगर सत्ताधारी दल के मंत्री, नेता, और कार्यकर्ता द्वारा दुव्र्यवहार किया जाता रहा है। 
 

 

मंत्री समर्थकों ने कहा...
दूसरी तरफ, वन मंत्री के समर्थकों ने मारपीट की घटना को खारिज किया है। एक बयान में भाजपा कार्यकर्ता कीर्ति पाढ़ी ने बताया कि मंत्री जी के आने की सूचना मिलने पर वरिष्ठ कार्यकर्ता बाहर बैठे हुए थे। मंत्री जी पहुंचे, तो कार्यकर्ताओं को बाहर बैठे देखकर नाराज हो गए। 

पाढ़ी ने बताया कि सर्किट हाऊस के एक कर्मचारी ने कह दिया था कि मंत्री जी नहीं आए हैं, इसलिए कमरे का दरवाजा नहीं खुलेगा यह कहा था। मंत्रीजी ने एक चपरासी के भरोसे सर्किट हाऊस की व्यवस्था छोडक़र जाने वाले अधिकारियों, और पिछले कई दशक से जमे कर्मचारियों को हटाने की बात कही थी। पाढ़ी ने कहा कि सरकार के बदलने  के बाद मंत्रीजी से निवेदन करके, जो पाण्डेय परिवार सर्किट हाऊस की व्यवस्था देख रहा है, उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। इस पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। 

कांग्रेस की प्रतिक्रिया...
इस घटना पर  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ मंत्री का ऐसा व्यवहार बेहद निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि केदार कश्यप ने अपने पिता और बस्तर के वरिष्ठ नेता बलिराम कश्यप की छवि तक की परवाह नहीं की और उनका व्यवहार अहंकार व दंभ को दर्शाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से हमला बोला। उन्होंने लिखा कि भाजपा सरकार के मंत्री केदार कश्यप ने बस्तर में एक कर्मचारी को मां-बहन की गालियां दीं और कालर पकडक़र पीटा। मां की गाली देने वाले मंत्री का इस्तीफ़ा तो भाजपा को लेना ही चाहिए और सार्वजनिक रूप से माफ़ी भी मांगनी चाहिए।

 


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