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जम्मू-कश्मीर के हज़रतबल दरगाह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसी वीडियो पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने प्रतिक्रिया दी है.
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "पहला सवाल यह है कि उस पत्थर पर एंब्लेम लगना चाहिए था या नहीं. मैंने अब तक किसी भी मज़हबी कार्यक्रम में इस तरह का एंब्लेम इस्तेमाल होते नहीं देखा है."
सीएम ने कहा, "क्या मजबूरी थी कि हज़रतबल के इस पत्थर पर एंब्लेम का इस्तेमाल किया गया? और नया पत्थर लगाने की क्या ज़रूरत थी?"
उन्होंने कहा, "दरगाह हज़रतबल को यह रूप शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला ने दिया था. क्या उन्होंने कहीं ऐसे पत्थर लगवाए थे? लोग उनके काम को याद करते हैं, भले ही उन्होंने अपने लिए कोई पत्थर नहीं लगवाया."
सीएम अब्दुल्लाह का कहना है कि 'लोगों के जज़्बातों के साथ खिलवाड़ हुआ. कम से कम उसके लिए माफ़ी मांगी जाए'.
उन्होंने कहा, "आप गूगल करके देख सकते हैं कि कहीं पर भी यह सरकारी एंब्लेम इस्तेमाल नहीं होता. यह सिर्फ़ सरकारी कार्यक्रमों में इस्तेमाल होता है."
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ लोग एक पट्टिका का हिस्सा तोड़ते दिखाई दे रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, लोग पट्टिका पर मौजूद नेशनल एंब्लेम से नाराज़ थे. उनका कहना है कि मज़हबी कार्यक्रम में यह नहीं होना चाहिए. (bbc.com/hindi)