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जम्मू में भारी बारिश: मकान गिरने से दो लोगों की मौत, प्रमुख सड़कें बंद
03-Sep-2025 11:36 AM
जम्मू में भारी बारिश: मकान गिरने से दो लोगों की मौत, प्रमुख सड़कें बंद

जम्मू, 3 सितंबर। जम्मू क्षेत्र में बुधवार को दूसरे दिन भी मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के कारण एक मकान के ढह जाने से एक महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई, जबकि एक बाढ़ग्रस्त गांव में 40 लोग फंस गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण नदियों, नालों और छोटी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है जो खतरे के निशान के करीब या उससे ऊपर बह रही हैं, जबकि उधमपुर और बनिहाल के बीच कई जगह भूस्खलन होने के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग सहित प्रमुख सड़कें दूसरे दिन भी बंद रहीं।

उन्होंने बताया कि बुधवार तड़के राजौरी जिले के सुंदरबनी के कांगड़ी गांव में बारिश के कारण एक कच्चा मकान ढह जाने से मां-बेटी की मौत हो गई। दोनों के शव मलबे से निकाले गए और पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि चेनाब नदी में उफान के कारण अखनूर के गरखल गांव में कम से कम 40 लोग फंस गए हैं। चेनाब नदी आज सुबह निकासी स्तर 42 फुट से चार फुट ऊपर बह रही थी। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीम लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए गांव पहुंच गई हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सुबह आठ बजे जम्मू में तवी नदी में जलस्तर 15 फुट दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया कि जम्मू के भगवती नगर के पास चौथे तवी पुल को एहतियात के तौर पर मंगलवार देर शाम वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया। 26 अगस्त को हुई रिकॉर्ड बारिश में पुल को नुकसान पहुंचा था और सेना ने 29 अगस्त को एक ‘बेली ब्रिज’ (अस्थायी लोहे का पुल) का निर्माण करके संपर्क बहाल किया था।

मंगलवार रात आठ बजकर 50 मिनट पर ताजा मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने अगले 14 से 16 घंटे के दौरान जम्मू, कठुआ, रियासी, डोडा, उधमपुर, राजौरी और रामबन जिले में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है।

उन्होंने अगले 14 से 16 घंटों के दौरान किश्तवाड़, पुंछ, अनंतनाग, शोपियां और कुलगाम में भारी बारिश के साथ पीर पंजाल रेंज और दक्षिण कश्मीर के कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश या कुछ समय के लिए तीव्र वर्षा का पूर्वानुमान जताया है।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कुछ संवेदनशील स्थानों पर बादल फटने, अचानक बाढ़, भूस्खलन और जलजमाव की संभावना है।’’

उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में रात भर भारी बारिश दर्ज की गई, जिसमें रियासी में सुबह सुबह साढ़े आठ बजे तक सबसे अधिक 203 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद कटरा (193 मिलीमीटर), रामबन में बटोटे (157.3 मिलीमीटर), डोडा (114 मिलीमीटर), बनिहाल (95 मिलीमीटर), जम्मू (81 मिलीमीटर), रामबन (82 मिलीमीटर), राजौरी (57.4 मिलीमीटर) और किश्तवाड़ (50 मिलीमीटर) का स्थान रहा।

यातायात विभाग के अनुसार, जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, मुगल रोड, जम्मू-श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग, जम्मू-किश्तवाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर भूस्खलन होने और पहाड़ों से पत्थर गिरने के बाद इन्हें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।

विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम में सुधार और बहाली का काम पूरा होने तक इन सड़कों पर यात्रा न करें।’’

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के बारे में उन्होंने कहा कि उधमपुर के थराड में मार्ग के ऊपरी हिस्से में सड़क धंस गई है, जबकि कई जगहों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने की खबरें आई हैं, जिससे दूसरे दिन भी यातायात स्थगित रहा।

पुलिस और एसडीआरएफ कर्मियों को जम्मू में नदी के तट से सटे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सूचना देने के लिए जनसंवाद प्रणाली का उपयोग करते देखा गया।

पुलिस और जिला प्रशासन ने भी लोगों को सतर्क रहने और उफनते जलाशयों और भूस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों से दूर रहने के लिए परामर्श जारी किए हैं, जबकि अधिकारियों ने बुधवार को सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने की अवधि बढ़ा दी है।

सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने भी खराब मौसम के कारण कक्षा कार्य और सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने भी तीन सितंबर को होने वाली कक्षा 10 और 11 की परीक्षाओं को स्थगित करने की घोषणा की है। (भाषा)


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